रांची (RANCHI) : रांची के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल मेडिका को लगातार झटके लग रहे हैं. एक के बाद एक कर के डॉक्टर इस हॉस्पिटल को छोड़ते जा रहे हैं. दो दिन पहले जहां अर्थो यूनिट के हेड डॉ अंकुर सौरभ , डॉ विशाल सहित पूरे टीम ने मेडिका को टाटा बाय- बाय बोला था वही न्यूरो विभाग के हेड डॉ संजय कुमार और सीनियर डॉ पेट्रिक पिछले महीने ही छोड़ चुके है .  अब ऑर्थो और जेनेरल सर्जरी विभाग में कोई डॉक्टर नही बचा है , कुल मिलाकर मेडिका में आज  एक्सिडेंटल और ट्रॉमा मरीजों का इलाज बुरी तरह से प्रभावित होने की आशंका है. जबकि कभी मेडिका की पहचान एक्सिडेंटल और ट्रॉमा मरीजो के इलाज के लिए था. 

सर्जरी सेवा ठप 

जेनेरल सर्जरी के सीनियर  कंसलटेंट सर्जन डॉ मेजर  रमेश दास और कंसलटेंट सर्जन डॉ ओमप्रकाश  ने भी मेडिका को अलविदा कह दिया है. अस्पताल के दो प्रमुख विभाग हड्डी और सर्जरी विंग से चार बड़े डॉक्टरों के जाने के बाद फिलहाल ये दोनों विभाग नए डॉक्टरों के भरोसे रह गया है . डॉ मेजर रमेश मेडिका के लीडिंग सर्जन रहे हैं उनके छोड़ने के बाद सर्जरी के लिए प्रतीक्षा कर रहे मरीजों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

इन डॉक्टरों ने छोड़ा मेडिका का साथ 

बता दें कि डॉक्टरों के मेडिका छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है. एक के बाद एक नामचीन डॉक्टर मेडिका का साथ छोड़ते जा रहे हैं. बता दें कि मार्च महीने में ही मेडिका के वाइस चेयरमैन और न्यूरो विभाग के हेड डॉ संजय कुमार और न्यूरो विभाग के दूसरे सबसे बड़े डॉक्टर डॉ पैट्रिक प्रबोध मिंज ने मेडिका का साथ छोड़ दिया था. इससे पहले जाने माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीपक गुप्ता, हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अनुपम सिंह और चेस्ट स्पेशलिस्ट अत्री गंगोपाध्याय ने भी सुपर स्पेशलिटी मेडिका अस्पताल से किनारा कर लिया था. सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर एक के बाद एक सीनियर डॉक्टर मेडिका का साथ क्यो छोड़ रहे है ? सूत्रों के मुताबिक ये डॉक्टर लंबे समय से  प्रबंधन के मनमानी से नाराज चल रहे थे.