देवघर (DEOGHAR) - एक बार फिर से the news post की खबर पर मुहर लग गई है. दरअसल पिछले दिनों देवघर एयरपोर्ट से मई में बड़े जहाज का आवागमन शुरू होने का समाचार प्रकाशित किया गया था. वहीं 11 अपैल को dgca ने उसी एरोड्रम के लिए लाइसेंस निर्गत कर दिया है. इसके तहत 72 सीटर जहाज का आवागमन शुरू हो जाएगा. ATC को भी चालू कर दिया गया है. अब देवघर एयरपोर्ट पर बिना पास वालों का इंट्री निषेध हो गया है. लाइसेंस निर्गत करवाने के लिए पिछले सप्ताह से ही देवघर एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढिंगरा दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं. अब इनके द्वारा 4 सी एरोड्रम के लाइसेंस निर्गत करने के लिए dgca को आवेदन दिया जाएगा. एक से दो दिन में लाइसेंस मिलते ही देवघर एयरपोर्ट से एयरबस 320 जैसी विमान सेवा शुरू हो जाएगी.

देवघर एयरपोर्ट लिमिटेड

मंगलवार से देवघर एयरपोर्ट हवाई मार्ग के रास्ते नक्शा पर आधिकारिक रूप से आ गया है. अब एयरलाइन्स वालों की तरफ से सेवा शुरू करने का इंतज़ार है. बता दें कि drdo, केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से इस एयरपोर्ट का निर्माण कराया गया है. फिलहाल देवघर एयरपोर्ट लिमिटेड के नाम से जाना जाएगा. लेकिन राज्य और केंद्र सरकार की सहमति के बाद इसका नाम बदला जा सकता है. इसका रनवे 2500 मीटर लंबा है. यहां का एयरपोर्ट अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है.

इन शहरों के लिए होगी उड़ान की सेवा

उम्मीद की जा रही है कि मई में किसी भी दिन इस एयरपोर्ट का विधिवत उद्घाटन हो जाएगा. देवघर एयरपोर्ट से स्पाइस जेट, इंडिगो, गो एयर, विस्तारा और एयर इंडिया एयरलाइन्स द्वारा हवाई सेवा शुरू करने की स्वीकृति भी दे दी गई है. पहले मुम्बई, दिल्ली और बंगलुरु के लिए इन एयरलाइन्स द्वारा सेवा शुरू की जाएगी. बाद में यात्रियों की मांग के अनुसार अन्य एयरपोर्ट के लिए भी सेवाएं शुरू की जा सकती है.

401 करोड़ की राशि से हुआ एयरपोर्ट लिमिटिड का निर्माण

देवघर एयरपोर्ट लिमिटिड का लगभग 654 एकड़ भूमि में निर्माण कराया गया है. इसके निर्माण में पर तकरीबन 401 करोड़ की राशि खर्च की गई है. इसका टर्मिनल भवन 4000 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में बनाया गया है. बता दें कि 2500 मीटर लंबे रनवे के साथ ये एयरपोर्ट एयरबस 320 आदि विमानों के ऑपरेशन के लिए बिल्कुल उपयुक्त है. टर्मिनल बिल्डिंग में छह चेक-इन काउंटर,दो आगमन प्वाइंट और भीड़भाड़ की स्थिति में यहां 200 यात्रियों को संभालने की क्षमता है. एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, DRDO और झारखंड सरकार के सहयोग से देवघर एयरपोर लिमिटेड का निर्माण कराया गया है. सोलर लाइट,सुसज्जित पार्किंग, गार्डन सहित देवघर की झलक आपको एयरपोर्ट पर दिखेगी.

विदेशी सैलानियों को होगी सुविधा

हवाई मार्ग से जुड़ने के बाद अब विदेशी सैलानियों का भी यहाँ आना आसान हो जाएगा. दुनिया के बड़े शहरों से हवाई मार्ग से यहां के प्रतिभाशाली छात्रों को भी आवागमन की परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा. इतना ही नहीं इससे इस क्षेत्र में उद्योग-धंधे को भी अब काफी बढ़ावा मिलेगा. उद्योग-धंधे और अन्य व्यावसायिक कारोबार को भी फलने-फूलने का पूरा मौका मिलेगा. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे वही चिकित्सा के क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलने लगेगी. देवघर ही नहीं झारखंड के कई जिलों के अलावा बिहार और बंगाल के लोगों को अब हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी.

रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर