जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : सरयू राय के गंभीर आरोप के बाद बन्ना गुप्ता की ओर से पलटवार हुआ है. मंत्री के निजी सहायक प्रभात ठाकुर ने सरयू राय को अपना सलाहकार बदलने की नसीहत दे डाली. इतना ही नहीं, प्रभात ठाकुर ने यहां तक कहा कि आधी जानकारी के कारण राय जगहंसाई के पात्र बन रहे हैं. जल्द ही उन्हें लोग चाणक्य छोड़ कर मुंगेरीलाल बोलना शुरू कर देंगे.

क्या है मामला

झारखंड के पूर्व मंत्री व निर्दलीय विधायक सरयू राय ने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए थे. कहा कि सरकार ने कोरोना काल में बेहतर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को एक माह का मूल वेतन प्रोत्साहन राशि के रूप में देने का फैसला लिया था. सरयू राय का आरोप है कि बन्ना ने खुद भी यह प्रात्साहन राशि ली और अपने 59 चहेतों को भी दिलाई.  इसी आरोप के प्रतिवाद में  प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए प्रभात ठाकुर ने लिखा है कि स्वास्थ्य विभाग मे सरकार के अवर सचिव मनोज कुमार सिन्हा ने 24 फरवरी को पत्र जारी करते हुए मंत्री जी के आप्त सचिव को स्पष्ट जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री कोषांग में कार्यरत सभी कर्मचारियों की सूची मांगी थी और स्पष्ट किया था कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ वे सभी इसके पात्र हैं.  इसके साथ उन्होंने कुल 90 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो जिसमे अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह समेत, सभी जॉइंट सेकरेटी और कार्यालय में कार्य करने वाले कम्प्यूर ऑपरेटर समेत अन्य कर्मियों की सूची भी भेजी थी. 

“बन्ना फोबिया के शिकार सरयू राय”

प्रभात ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति में लिखा कि सरयू राय जी के ज्ञान वर्धन के लिए बता दूँ कि ये प्रस्ताव कैबिनेट में भी पास हैं और मुख्य्मंत्री जी समेत मंत्री मंडल का अनुमति है फिर इसकी शिकायत करना हास्यास्पद है और चाणक्य के टैग को रिंन्यूअल करने का हथकंडा मात्र है. प्रभात ठाकुर ने बताया कि नकारात्मक राजनीति करने वाले सरयू राय जी को बन्ना फोबिया हो गया है, मंत्री बन्ना गुप्ता के हर अच्छे कार्य को गलत साबित करने के कारण जगहसाई के पात्र बन जा रहे हैं. उनसे आग्रह है कि नकारात्मक राजनीति छोड़कर पॉजिटिव राजनीति करें नहीं तो आने वाले चुनाव में जनता उनके सपनों पर पानी डाल देगी. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें गलत जानकारी मिली है. ये राशि सिर्फ 90 लोगों या 60 लोगों को नहीं बल्कि पंचायत स्तर पर कार्य कर रहे स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को मिली है.