धनबाद (DHANBAD) : शहर में एक ऐसा कैफे खुला है, जहां आप मनपसंद खाने के साथ मनपसंद पुस्तक पढ़ने का आनंद ले सकते हैं. खाने का ऑर्डर दीजिए और लाइब्रेरी से अपनी पसंदीदा पुस्तक ले लीजिए. वह कैफे धनबाद-गोविंदपुर रोड के सरायढेला में है. नाम है Weblihouse 'द ब्लेंडेड बुक कैफे'. खाने-पढ़ने का यह आइडिया आइआइटी आइएसएम के पूर्व छात्र अमन सिंह का है. अमन 2014-18 बैच के पासआउट छात्र हैं. वह वेबलीबॉक्स नाम से स्टार्टअप चलाते हैं. अभी तक स्टार्टअप से किराये पर किताब उपलब्ध कराते थे. अब अपनी किताबों के संग्रह के साथ उन्होंने यह कैफे शुरू किया है. जहां कोई भी व्यक्ति खाते हुए यहां रखी हुई कोई भी किताब पढ़ सकता है.
लजीज खाना पर भी जोर
यहां सिर्फ किताबें ही नहीं होंगी, बल्कि लोग लजीज खाने का भी आनंद लेंगे. कॉन्टिनेंटल व्यंजनों के साथ पेय भी ऑन डिमांड सर्व किए जायेंगे. मेन्यू रिच है और स्टूडेंट्स इसे पसंद भी कर रहे हैं.
कैफे में पांच हजार किताबें
अमन सिंह बताते हैं कि उनके कैफे की लाइब्रेरी में पांच हजार किताबों का कलेक्शन है. इनमें से इंटर से लेकर पीजी तक की किताबों के साथ इंग्लिश और हिंदी के कई महान साहित्यकारों की पुस्तकें उपलब्ध है. जैसे शेक्सपीयर, रवींद्रनाथ टैगोर, टॉलस्टॉय, प्रेमचंद, दिनकर, जयशंकर प्रसाद, फणिश्वर नाथ रेणु आदि. यहां खाते वक्त आरामदायक बीन बैग पर पढ़ने का मजा लिया जा सकता है. अमन बताते हैं कि आप जितनी देर तक चाहें, उतनी देर तक बैठकर खाते हुए किताब पढ़ सकते हैं. हालांकि यहां से किसी को किताब ले जाने की इजाजत नहीं होगी. किताबों की सुरक्षा के लिए यहां काउंटर पर आपको बैग जमा करा देना होगा.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह, धनबाद
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