धनबाद(DHANBAD): रामराज मंदिर ,चिटाही धाम मंदिर ने तो खूब सोहरत बटोरी लेकिन यही मंदिर एक परिवार के लिए परेशानी का सबब बन गया है. न्याय पाने के लिए कुंती देवी व अशोक महतो दर-दर भटकने के बाद आज धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर परिवार के संग आमरण अनशन पर बैठ गए है. अशोक महतो और उनका परिवार का आरोप है कि विधायक ढुल्लू महतो के आतंक से वह परेशान हो गए है.
न्याय देने वालों की कलम की स्याही सूख गई
अशोक महतो ने बताया कि मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक, धनबाद के प्रशासनिक अधिकारियों के पास भी गुहार लगाई लेकिन कहीं से उसे न्याय नहीं मिला. धनबाद के सदर अनुमंडल अधिकारी के न्यायालय से 29 मार्च को आदेश भी पारित हुआ कि अशोक महतो को शांति पूर्वक दुकान चलाने की व्यवस्था पुलिस करें लेकिन अशोक महतो की दुकान के सामने से न टैंकर हटा और ना ईट , जैसा कि बताया जाता है अशोक महतो ने 14 डिसमिल जमीन स्वेच्छा से मंदिर के लिए दान दी है.
घुघनी और मूडी भी नहीं बेचने देते विधायक
अशोक महतो मंदिर के पास ही एक झोपड़ी नुमा दुकान में घुघनी और मूडी बेच कर वह अपना परिवार चलाता था लेकिन अशोक महतो का आरोप है कि विधायक ढुल्लू महतो को उसकी दुकान की जमीन भी चाहिए और उसके लिए उसे परेशान किया जाने लगा. उसके साथ मारपीट तक की गई ,उसके बाद दुकान के आगे टैंकर खड़ा कर दिया गया, फिर जब वह ठेला पर घुघनी बेचकर कुछ कमाने लगा तो उस जगह पर ईट गिरा दिया गया. अब उसकी दुकान तो है लेकिन वह खुल नहीं सकती. वह चाहता है कि टैंकर हटे और उसकी दुकान खुले लेकिन कोई भी उसकी मदद नहीं कर रहा है. अशोक महतो परेशान होकर परिवार संग आमरण अनशन पर बैठ गया है. रैयत अशोक महतो, पत्नी कुंती देवी,बेटा सुमित साव ,बेटी नीतू कुमारी का कहना है कि घर में भूखे मरने से अच्छा है यही भूखे रहे या दम तोड़ दें. उनका यह भी कहना है कि जबतक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा ,यही बैठे रहेंगे. इस संबंध में उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि वर्तमान स्टेटस की जानकारी लेकर न्याय दिलाएंगे.
रिपोर्ट: रंजना कुमारी, धनबाद

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