रांची (RANCHI) - पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य के सभी परिवारों तक शुद्ध पेयजल की उपलब्धता निरंतर करने हेतु राज्य सरकार कृत संकल्पित है. उन्होंने कहा कि राज्य में बढ़ रही गर्मी एवं अन्य विभिन्न प्रकार के शिकायतों का निपटारा करने के लिए विभाग द्वारा कॉल सेंटर चलाया जा रहा है. यह कॉल सेंटर प्रातः 8:00 बजे से लेकर संध्या 8:00 बजे तक निर्बाध रूप कार्य करता है.इसपर प्राप्त शिकायतों के लिए प्रत्येक दिन विभागीय वरीय पदाधिकारी, प्रत्येक 15 दिनों में निदेशक एवं माह के अंत में विभागीय सचिव स्वयं शिकायतों कि समीक्षा करते हैं एवं इसके त्वरित निष्पादित किया जाता है. प्रशांत राज्य में बढ़ रही गर्मी एवं अन्य विभिन्न प्रकार के शिकायतों का निपटान तथा विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं के प्रगति से संबंधित जल संसाधन विभाग, नेपाल हाऊस में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे.

 प्रशांत कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा संचालित कॉल सेंटर में जन शिकायतों को विभिन्न माध्यमों से दर्ज कराया जा रहा है.जिसमें टोल फ्री नं. 18003456502 एवं मोबाईल/ वाट्स एप्प नं. 9470176901, e-Mail ID callcentredwsd.jharkhand@gmail.com , Jhar-Jal Mobile App के जरीए शिकायत दर्ज करा सकते हैं.उन्होंने बताया कि विभिन्न जिलों से अब तक इन माध्यमों से कुल 2326  शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिसमें से 1502 शिकायतों का समाधान कर लिया गया है, शिकायतों का समाधान त्वरित रूप से किया जा रहा है.45 दिन से पुरानी एक भी शिकायत लम्बित नहीं है.इसके साथ ही मीडिया के विभिन्न माध्यमों द्वारा भी विभाग को जन शिकायतों से अवगत कराया गया है.शिकायतों के  कुल 178 मामले सामने लाए गए थे जिसमें से 144 का निष्पादन कर लिया गया है.शिकायतों के ससमय निपटान हेतु अंतर विभागीय बैठक तथा सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ बैठक कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.

पेयजल सचिव ने बताया कि अप्रैल माह तक राज्य में कुल नलकूपों की संख्या 4,40,767  है, जिसमें 3,89,510 नलकूप सुचारू रूप से कार्य कर रही है शेष नलकूपों की मरम्मती कार्य विभाग द्वारा कराया जा रहा है.उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा संचालित योजना जल जीवन मिशन का लक्ष्य, 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवारों को कार्यरत घरेलू नल से जल उपलब्ध कराना है.उन्होंने बताया कि 2024 तक राज्य के कुल 59,23,320 ग्रामीण परिवारों को चरणबद्ध तरीके से जल पहुँचाने का लक्ष्य है.

 प्रशांत कुमार ने बताया कि राज्य में स्वच्छ जल को घरों तक पहुँचाने हेतु विभाग द्वारा अनेक सतत प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस हेतु राज्य के 175 विभागीय अभियंताओं एवं अधिकारियों को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिलाया गया है. पलम्बर, इलेक्ट्रीशियन, पम्प ऑपरेटर में कुल 1939 बेरोजगार युवकों को प्रशिक्षित किया गया है. वर्ष 2022-23 में 12000 अन्य बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है. इसके साथ ही जल जाँच हेतु जल सहियाओं के माध्यम से जल के नमूनों की जाँच कराई जा रही है. क्षमता संवर्धन एवं सामुदायिक जन- जागरूकता अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम के 5 महिलाओं को जल गुणवत्ता संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.

प्रेस वार्ता में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता प्रमुख आर.एन. शर्मा, विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे.