खूंटी (KHUNTI) : सरकार लाख दावा करे कि हर घर स्वच्छ जल और बिजली की सुविधा पहुंचा रही. लेकिन यह दावे खूंटी जिले के अड़की प्रखंड  में दम तोड़ते दिख रहे हैं. आज भी भगवान बिरसा मुंडा के पड़ोसी  गांव के लोग नदी और चुआं का पानी पीने को मजबूर हैं. यहां आज तक बिजली नहीं पहुंची जिससे लोग अंधकार में जीवन बसर करने को मजबूर हैं. भगवान बिरसा मुंडा के साथ इस गांव के भी कई लोग आंदोलन में थे. इतना बड़ा बलिदान देने के बाद सरकार को उनके गांव की फिक्र नहीं है.   

कभी नहीं देखी बिजली की रोशनी

 भगवान बिरसा मुंडा के पैतृक गृह से सटा गांव बरगी आज के इस आधुनिक युग में भी अंधेरे का सामना कर रहा है. यहां के लोगों ने बिजली का नाम तो सुना है पर अपने घर में बिजली की रोशनी नहीं देखी. यह गांव अड़की प्रखंड से केवल 6 किलोमीटर दूर स्थित है.  अड़की में कई वर्ष पूर्व पावर ग्रिड की स्थापना भी हो चुकी है लेकिन बीसवीं सदी के इस दौर में भी अड़की प्रखंड के बरगी गांव के ग्रामीण बिजली की रोशनी से वंचित है.

पानी के लिए चुआं और नदी स्रोत

 ये स्वच्छ जल के बिना अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं. यहां के लोगों का कहना है कि बच्चे बिजली के अभाव के कारण अपनी पढ़ाई रात में नहीं कर पाते हैं ,और महिलाओं और बुजुर्गों को पानी लेने के लिए चुआं या नदी पर जाना पड़ता है.  गांव में स्वच्छ जल की उपलब्धता का अभाव है.  स्वास्थ्य की चिंता किए बगैर यह एक ही जगह से पीने का और नहाने- धोने की पानी का उपयोग करते हैं.  ग्रामीणों का कहना है आज भी हम अंधेरे में गुजर-बसर कर रहे हैं.  गांव में कुल 75 घर है और सभी लोग जल के लिए जल के प्राकृतिक स्रोतों पर ही निर्भर है.

रिपोर्ट : मुजफ्फर हुसैन ,खूंटी