रांची (RANCHI ) : झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस दिल्ली चले गए हैं. इधर राज्यपाल के दिल्ली जाने को लेकर अलग-अलग चर्चा हो रही है. राज्यपाल दिल्ली के अलावा चंडीगढ़ भी जाएंगे. वहां एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इन कार्यक्रमों के बीच सियासी गलियारों में उनकी इस यात्रा को झारखंड की राजनीति में उठा-पटक से जोड़ा जा रहा है.

गृहमंत्री से भी होगी मुलाकात !

झारखंड में फिलहाल आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति चल रही है. हर दिन नए नए खुलासे हो रहे हैं. विपक्ष सत्ता पक्ष पर लगातार हमला कर रहा है. रांची के अनगड़ा में मुख्यमंत्री के नाम माइनिंग लीज मामले को लेकर भारत निर्वाचन आयोग पड़ताल कर रहा है. भारत निर्वाचन आयोग के पास यह मामला राजभवन के माध्यम से गया है. भारत निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर राज्यपाल मुख्यमंत्री के संबंध में फैसला लेंगे. राज्यसभा सांसद और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश का कहना है कि मुख्यमंत्री ने अपने पद का दुरुपयोग किया है और इसके दस्तावेज उपलब्ध हैं. इसलिए अब इससे बच नहीं सकते. कानून के हाथ लंबे होते हैं. बताया जा रहा है कि राज्यपाल रमेश बैस केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 27 अप्रैल को मिलेंगे. झारखंड के ताजा हालात से उन्हें अवगत करा सकते हैं.

सत्ता पक्ष ने की थी मुलाकात      

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री के परिवार पर और सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाए .उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन को भी बीजू पाड़ा में उनकी कंपनी के नाम पर भूमि आवंटित की गई है.प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू पर भी साहिबगंज के पाकुड़िया में स्टोन माइंस लेने का आरोप है.सोमवार को ही शाम में सत्ता पक्ष के लोग दौड़े-दौड़े राजभवन गए और विपक्ष के द्वारा लगाए जा रहे तमाम आरोपों को झूठ का पुलिंदा बताया. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार कर सरकार को अस्थिर करने का आरोप भी लगाया. सत्ता पक्ष के लोगों के अनुसार राज्यपाल ने सभी के साथ न्याय करने का भरोसा दिलाया है. राज्यपाल के दिल्ली दौरा से इस बात की चर्चा गर्म हो गई है कि आने वाले समय में झारखंड की राजनीति में कुछ तो होने वाला है.