गोड्डा (GODDA)-सदर प्रखंड गोड्डा में एक गांव जिसका नाम है छोटी कल्याणी गांव.  यहां डायरिया अपना पैर पसार रहा है. हर दूसरे घर में डायरिया के मरीज अस्पातल के चक्कर लगा रहे हैं. वहीं इसके प्रकोप से गांव में 6 लोगों की तो जान भी जा चुकी हैं.


गंदगी और दूषित जल बीमारी का कारण


गांव में डायरिया फैलने का मुख्य कारण गंदगी और दूषित जल बताया जाता हैं. बता दें कि इस गांव मे गंदगी का अंबार हैं. सड़क से ले कर लोगों के घर के दरवाजों पर कीचड़ और गंदगी का अंबार लगा हुआ है. यहां तक कि गांव के चापा नल जहां से पूरा गांव पीने का पानी भरता है. वहां भी पानी का जलजमाव लगा रहता है. ग्रामीणों की माने तो करीबन 12-13 लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. वहीं करीबन आधे दर्जन की तो मौत हो चुकी हैं. बीते रात भी एक ग्रामीण की हालत बिगड़ी तो उसे अस्पातल ले जाया गया. जहां उसका इलाज चल रहा है. गांव के ही मनोज मांझी ने बताया कि इस बीमारी के चपेट में आने से कई ग्रामीणों की जान भी जा रही हैं. जिसमें एक उनके पिता भी हैं. आगे उन्होंने बताया कि जब उनके पिता की तबियत बिगड़ी तो रात के 12 बजे उन्हें अस्पातल में एडमिट कराया गया पर सुबह ही उनकी मौत भी हो गयी. 


झोला छाप डॉक्टर का रिवाज


ग्रामीण इलाकों में सरकारी चिकित्सकों से पहले झोला छाप डॉक्टरों द्वारा इलाज भी कराया जाता है. जब स्थिति बिगड़ती है. तब जाकर ग्रामाण सदर अस्पताल का रुख करते हैं. उनकी माने तो स्वास्थ विभाग के भी इंतजाम थोड़े ढीले हैं. इधर जिले के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया सिविल सर्जन मंटू टेकरीवाल ने बताया कि गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही टीम भेज कर जांच करवाया गया. स्वास्थ विभाग प्रयास कर रहा है जिससे जल्द ही इस प्रकोप से छुटकारा मिल सकेगा.
रिपोर्ट : अजित कुमार सिंह, गोड्डा