धनबाद (Dhanbad) : निरसा क्षेत्र में कोयला चोरी कर कोई घी रोटी खाये और कोई भूखे मरे, यह सब अब नहीं चलेगा. धनबाद जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोराई ने शुक्रवार को The news post को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान यह बात कही. विस्फोटक बयान देते हुए कहा आगे कहा कि अगर निरसा में कोयला चोरी बंद नहीं हुई तो वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आवास के सामने किरासन तेल छिड़ककर सपरिवार आत्मदाह कर लेंगे. उनका कहना है कि पुलिस ही निरसा क्षेत्र में कोयला चोरी करा रही है, वह भी चुन-चुन कर. भाजपा ,जेएमएम,मासस के लोगों को कोयला चोरी की पूरी छूट मिली हुई है और उनके कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने पहरा बैठा रखा है. अगर पुलिस को निरसा क्षेत्र से कोयला चोरी करानी ही है तो सबको छूट मिले और नहीं तो कोयला चोरी पूरी तरह बंद करा दिया जाय.
एक टन कोयला के लिए पुलिस लेती है 1700 रुपए
जिप अध्यक्ष का यह भी आरोप है कि चोरी के कोयले की खपत जहां होती है, उन उद्योगों से पुलिस को प्रति टन 1700 रुपए मिलते हैं. इन पैसों में सबकी हिस्सेदारी होती है और निर्धारित राशि सबकी जेब में पहुंचती है. नतीजा है कि गरीब मजदूर कोयला चट्टानों में दबकर मर रहे हैं और सफेदपोश मालामाल हो रहे हैं. इस बात की शिकायत उन्होंने लोकल पुलिस अधिकारियों से कई बार की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने चेतावनी दी कि बाध्य होकर 09 नवंबर 21 को रांची में पहले आमरण अनशन करेंगे और फिर भी सरकार नहीं सुनी तो किरासन डाल कर वहीं आत्मदाह कर लेंगे. कहा कि इसकी विधिवत जानकारी पत्र के माध्यम से सीएस ,राज्यपाल, डीजीपी ,सीएम और धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया है.
9 जनवरी 2016 को रॉबिन गोराई बने थे अध्यक्ष
आपको बता दें कि 9 जनवरी 2016 को रॉबिन गोराई ने धनबाद जिला परिषद अध्यक्ष का पदभार लिया था. 8 जनवरी 2020 को जिला परिषद बोर्ड की अवधि खत्म हो गई तो सरकार ने 6 महीने का विस्तार दिया. यह समय भी समाप्त होने के बाद दूसरी बार चुनाव होने तक का विस्तार मिला हुआ है, लेकिन उन्हें दुख इस बात का है कि जिस मंशा को लेकर वे जिला परिषद में आए थे ,वह पूरा नहीं हो सका.
सरकार ने किया छल
उनका आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार और पिछली बार राज्य की रघुवर सरकार ने जिला परिषद के साथ छल किया. ना 14 वें वित्त आयोग की राशि दी गई और ना ही विकास के लिए कोई अन्य मद की राशि धनबाद जिला परिषद के लिए आवंटित की गई. नतीजा हुआ कि ग्रामीण क्षेत्रों का विकास नहीं हो पाया, जिसका उन्हें मलाल है और रहेगा. जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित आईएएस अधिकारियों से भी हुए वे खुश नहीं है. उनका कहना है कि अधिकारियों ने सही ढंग से काम ही नहीं किया, नतीजा है कि ग्रामीण इलाका विकास से वंचित रह गए.
पत्नी लड़ेगी चुनाव
The News post के ब्यूरो हेड अभिषेक कुमार सिंह को दिए ख़ास इंटरव्यू में अपनी राजनीतिक चर्चा करते हुए कहा कि उनका 17 नम्बर क्षेत्र महिला के लिए रिजर्व हो गया है. ऐसे में उनकी पत्नी अनिता गोराई अब चुनाव लड़ेगी. अभी वह पाथर कुँआ पंचायत की मुखिया है. यह पूछने पर कि क्या पत्नी को जिला परिषद अध्यक्ष बनाएंगे तो कहा कि उनकी पत्नी स्वयं सक्षम है, उसने मुझे इस पद पर बैठवाया और वह अपने बूते जिला परिषद के अध्यक्ष बन सकती है. उनमें इतनी ताकत है कि बड़े-बड़े लोगों से भी अध्यक्ष की कुर्सी छीन सकती है. यह पूछने पर कि क्या भाजपा में जाने से भी उनको कोई लाभ नहीं मिला तो उन्होंने कहा कि , जो बातें हैं सबके सामने है. जेएमएम के संपर्क में होने की बात पर कहा कि अभी कुछ फाइनल नहीं है, किसी और पार्टी को जॉइन करने के बारे में अभी सोचा नहीं है।
अभिषेक कुमार सिंह, ब्यूरो हेड, धनबाद
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