जमशेदपुर (JAMSHEDPUR ) ये कोई और नहीं बल्कि जमशेदपुर जिला टंकक संघ के अध्यक्ष वही केदारनाथ भारतीय हैं जो महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर तख्ती बैनर और भारत के झंडे के साथ अकेले ही निकल पड़ते हैं. मामला अतिक्रमण हटाने के विरोध का हो, आम आदमी के लिए लड़ने की बात हो, केदारनाथ अकेले ही चलते हैं. न्यूज़ पोस्ट की टीम की भेंट उनसे जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर में हो गई, जहां वे पेट्रोल डीज़ल की बढ़ती कीमतों के मद्देनज़र लोगों को ज्यादा से ज्यादा साइकिल चलाने की सलाह दे रहे थे.

 रोजमर्रा की जिंदगी से आम आदमी परेशान  

जब सबको पता है कि पेट्रोल देश में उपलब्ध नहीं और बाहर से आता है, फिर क्यों इतनी खपत करते हैं? केदारनाथ लोगों को समझाने निकले हैं कि कार पूल का इस्तेमाल कर और ज्यादा से ज्यादा पैदल चलकर या साईकिल का इस्तेमाल करके न सिर्फ पेट्रोल की खपत कम की जा सकती है, बल्कि पैसे की भी बचत हो सकती है और इससे पर्यावरण को भी कम नुकसान होगा. आखिर पेट्रोल डीज़ल सौ पार हो चुका तो अब भी अगर हमलोग न चेते तो कब जगेंगे? केदारनाथ किसी भी मुद्दे को मुहिम बनाने के लिए किसी का इंतज़ार नहीं करते, वे अकेले अपनी साइकिल पर भारत का झंडा और तख्ती बैनर लिए निकल पड़ते हैं. केदारनाथ का कहना है कि आम आदमी अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में इतना परेशान है कि वह क्या आंदोलन करेगा या क्या धरना देगा, इसलिए वे बगैर किसी का इंतज़ार किए अकेले ही निकल पड़ते हैं.

टंकक  के अध्यक्ष हैं केदारनाथ 

पेट्रोल के मुद्दे को लेकर केदारनाथ ने जमशेदपुर से लेकर आदित्यपुर तक का दौरा किया और लोगों को जागरुक किया. वे लोगों को समझा रहे थे कि एक इलाके में सभी लोग अलग अलग गाड़ियों में एक ही गंतव्य के लिए जाते हैं. ऐसे में कार पूल करें तो ये सबके हित में होगा. इसके अलावा कम दूरी पर स्थित दुकान वगैरह जाने के लिए भी लोग बाईक या कार का इस्तेमाल करते हैं, जहां साईकिल से काम चलाना चाहिए.रास्ते में लोगों ने रूक रूक कर केदारनाथ भारतीय की बातें सुनीं.

रिपोर्ट : अन्नी अमृता (जमशेदपुर )