रांची (RANCHI) : रांची हवाई अड्डे से एक बार फिर बड़ी घोषणाएं और सियासी बयान सामने आए जब केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने राज्य और देश से जुड़ी कई अहम बातों को साझा किया. चाहे बात हो बसिया जैसे दूरदराज इलाके में मछली पालन की प्रेरणादायक कहानी की, या फिर रांची में इलेक्ट्रिक बस की शुरुआत की.

प्रधानमंत्री के मन की बात में गुमला जिले के बसिया इलाके में एक व्यक्ति की चर्चा हुई थी जिसने बंदूक छोड़कर मछली पालन का काम शुरू किया है. इस विषय पर बोलते हुए संजय सेठ ने कहा कि बसिया जैसे सुदूर इलाके पर भी प्रधानमंत्री की नजर का होना यह बताता है कि देश का कोना-कोना उनकी निगाह में है और कहीं भी कुछ हो रहा हो तो प्रधानमंत्री उस विषय पर संज्ञान लेते हैं. 

वहीं उन्हें फोन और मैसेज द्वारा धमकी दी जाने के मामले पर संजय सेठ ने कुछ भी कहने से इनकार किया है. 

इधर ऑपरेशन सिंदूर पर सदन में चर्चा के बाद विपक्ष के रवैया के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता ही नहीं कि सदन चले. पहले तो उनकी मांग थी कि सिंदूर पर चर्चा हो और अब जब चर्चा की बात साफ हो गई तो किसी न किसी मामले को लेकर लगातार सदन का काम बाधित करना यह बताता है कि विपक्ष के इरादे लोकतंत्र की व्यवस्था को मानने में है ही नहीं. 

रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने यह भी कहा कि नितिन गडकरी से मुलाकात कर रांची के लिए कई योजनाओं पर चर्चा की गई है, जिसमें रांची के लिए आउटर रिंग रोड और रांची जमशेदपुर के लिए  इलेक्ट्रिक बस चलने पर मंजूरी मिल गई है. नितिन गडकरी ने कहा जल्द ही डीपीआर तैयार किया जाएगा. बताते चले की इलेक्ट्रिक बस 3:15 करोड़ की है, साथ ही 16 मिनट में चार्ज होने के बाद 40 किलोमीटर का सफर तय कर सकती है. इस बस की पैसेंजर कैपेसिटी 133 होगी, वहीं दिव्यांग भाइयों के लिए अलग व्यवस्था भी की गई है. इस बस में चाय कॉफी भी इंस्टॉल होगा और बिना हिचकुले लिए यह बस चलेगी. पहले इस बस का लोकार्पण नागपुर में होना है, वहीं दूसरा रांची में.