रांची (RANCHI) : झारखंड में फिर से बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा गरम हो गया है. अब मंत्री को ही एक पूर्व विधायक ने रोहांगिया बांग्लादेशी बता दिया. विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन के अंदर और बाहर आदिवासियों की जनसंख्या घटना और मुसलमान की संख्या बढ़ने पर विवाद छिड़ा हुआ है. आखिर उसके पीछे की क्या वजह है यह कोई बात नहीं कर रहा है. उसका हल कैसे निकलेगा इस पर चर्चा न होकर एक दूसरे पर बयानबाजी हो रही है.
पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सदन के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सदन में आदिवासियों की घटती आबादी पर चिंता जताया है. साफ तौर पर कहा कि मुसलमान की आबादी बढ़ गई है, जिससे आदिवासी खतरे में आ गए हैं. इलाके में एनआरसी लागू कर उन्हें बचाने का काम सरकार करें जिससे सत्यापन हो सके की कौन भारतीय है और कौन घुसपैठिया.
मंत्री इरफान अंसारी ने सवाल उठाया और सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि झारखंड में एक भी बांग्लादेशी घुसपैठ नहीं है. झारखंड में भाजपा साफ हो गई है जिससे बौखलाहट में अगर एक भी बांग्लादेशी साबित कर दे तो वह इस्तीफा दे देंगे और राजनीति से संन्यास ले लेंगे. यह लोग सिर्फ हिंदू-मुसलमान करके झारखंड को लड़वाने की कोशिश कर रहे हैं
वहीं इस दंगल में पूर्व विधायक रणधीर सिंह भी कूद गए हैं. उन्होंने सरकार पर ही सवाल खड़ा किया और कहा कि तुष्टीकरण के राजनीति के चक्कर में झारखंड को बर्बाद करने में लगे हैं. बांग्लादेशी घुसपैठी झारखंड के अस्मिता को बर्बाद कर रहे हैं और मंत्री प्रवक्ता बनकर बयान देते घूम रहे हैं. आगे पूर्व विधायक ने कहा कि मंत्री इरफान अंसारी खुद बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान हैं, झारखंड में घुसपैठ कर आए हैं. एनआरसी लागू होगा सबसे पहले इनका ही बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
रिपोर्ट-समीर
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