पाकुड़ (PAKUR) : आज का दिन पाकुड़ जिले के 1500 परिवारों के लिए एक नई सुबह लेकर आया. उम्मीदों और सपनों से भरा हुआ. वर्षों से कच्चे मकानों में रह रहे इन परिवारों ने आज पहली बार अपने "अबुआ आवास" यानी अपने पक्के मकान में कदम रखा. पाकुड़ प्रखंड के रामचंद्रपुर गांव में चार लाभार्थियों ने गृह प्रवेश किया. कार्यक्रम में विधायक निसात आलम, उपायुक्त मनीष कुमार, उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, सांसद प्रतिनिधि, जिला परिषद सदस्य, कांग्रेस जिला अध्यक्ष और मुखिया समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे. उन्होंने फीता काटकर और नारियल फोड़कर लाभार्थियों का गृह प्रवेश कराया.
गृह प्रवेश के समय लाभुकों की आँखों में आंसू थे. खुशी के, संतोष के, और एक नये जीवन की शुरुआत के. एक लाभुक ने भावुक होकर कहा, सरकार ने हमारे सपनों को छत दी है. पहले कच्चे घर में रहते थे, हर बरसात डर के साथ गुजरती थी. आज हमें अपना पक्का घर मिला है, दिल से धन्यवाद मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को."
महेशपुर प्रखंड में भी इसी प्रकार का दृश्य रहा. विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी, उपायुक्त मनीष कुमार और झामुमो नेत्री उपासना मरांडी ने लाभुकों के साथ घर में प्रवेश कर, उनका सपना साकार होते देखा. संजय राउत और हासान शेख जैसे लाभुकों ने कहा कि अब उन्हें भी समाज में सम्मान मिला है.
हर प्रखंड में जश्न का माहौल
आज जिले के हर प्रखंड में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया.
पाकुड़: 500 लाभुक,हिरणपुर: 200,लिट्टीपाड़ा: 250,अमड़ापाड़ा: 100
महेशपुर: 300,पाकुड़िया: 150
गांव-गांव में यही कहानी थी. खुशियां, ताली बजाती भीड़, और अपने सपनों के दरवाज़े पर खड़े मुस्कुराते चेहरे. कार्यक्रम के दौरान कई लाभुकों ने अपने अनुभव भी साझा किए. उन्होंने बताया कि "सरकार आपके द्वार" अभियान के दौरान उन्होंने आवेदन दिया था और आज उनके सपनों ने आकार लिया.
उपायुक्त मनीष कुमार ने अपने संबोधन में कहा, यह सिर्फ एक मकान नहीं है, यह आत्मसम्मान की नींव है. जिन लाभुकों को किस्त मिल चुकी है, वे जल्द निर्माण पूर्ण करें. हम उन्हें भी गृह प्रवेश का सम्मान देंगे. कार्यक्रम के अंत में पौधारोपण कर पर्यावरण के प्रति संकल्प भी लिया गया. एक नये जीवन की शुरुआत, प्रकृति की गोद में. अबुआ आवास योजना ने न केवल घर दिए हैं, बल्कि आत्मसम्मान, सुरक्षा और एक बेहतर भविष्य का भरोसा भी दिया है.
रिपोर्ट-नंद किशोर मंडल
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