रांची (RANCHI): खूंटी SDM सैयद रियाज़ अहमद पर छेड़खानी का आरोप लगा. और कुछ घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. उनपर धारा 354 A (1), (2), 509 के तेहत केस दर्ज किया गया है. इसमें 3 साल की जेल, जुर्माना या दोनों की सज़ा हो सकती है. रियाज पर आईआईटी मंडी हिमाचल प्रदेश की छात्रा ने आरोप लगाया है. SDM रियाज की पत्नी रैना जमील खूंटी पहुंच चुकी हैं, वो सक्ति छत्तीसगढ़ में SDM हैं. इधर मामले में कई सवाल खड़े हो गए हैं.
चलिये सिलसिलेवार बात करते हैं. पहली जुलाई को डीसी आवास पर एक पार्टी होती है. उसी पार्टी में SDM रियाज समेत कई आला अफसरों के साथ ग्रामीण विकास में इंटर्नशिप करने आईआईटी मंडी हिमाचल प्रदेश से आया छात्रों का दल भी था. इनमें लड़कियां भी थीं. पार्टी देर रात तक चली. उसमें जाम तक छलकाये गए. डेढ़ बजे रात को छात्रों का समूह हेल्थ क्लब लौटा था. सवाल है कि लड़कियों को शराब की पार्टी में क्यों बुलाया गया था. थाना में दर्ज शिकायत में है कि छात्रों का दल दूसरे दिन सुबह एसडीएम के आवास पर गया. उसी दौरान पीड़िता ने छेड़छाड़ की बात कही है. दिनभर वो इसकी शिकायत नहीं करती है. तीसरे दिन भी मामला थाना नहीं आता है. चार जुलाई की शाम थाने में केस पहुंचता है. आखिर पीड़िता को इस मामले को दर्ज कराने में इतना समय क्यों लग गया. ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं.
पत्नी बोलीं- रियाज कभी शराब नहीं पीते
रियाज़ की आईएएस पत्नी रैना जमील अपने भाई के साथ खूंटी पहुंची हैं. खूंटी पहुंचने के बाद SDM रियाज से मिली. जेल में रियाज़ से मिल कर वह भावुक हो गई.
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उच्च स्तरीय जांच की मांग
इधर, सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप मिश्रा भी रैना जमील की बातों से सहमति जताते हैं. उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने THE NEWS POST से बातचीत में बताया कि कई बात सामने आ रही है. सभी पर उच्च स्तरीय जांच के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे. उन्होंने कहा कि एक जुलाई को डीसी आवास में डीसी की पुत्री का जन्म दिन मनाया जा रहा था. उस पार्टी में कई रसूखदार लोग भी शामिल थे. इसी पार्टी में उन छात्र-छात्रओं को भी बुलाया गया था. उन्होंने कहा कि शराब पार्टी में आखिर बच्चे क्या कर रहे थे . पार्टी देर रात तक चली थी. ग्रामीण विकास की जानकारी इकट्टा करने इतनी दूर हिमाचल से झारखंड के खूंटी छात्र-छात्राओं का आना भी उनकी समझ में नहीं आ रहा है.
क्षेत्र में लगतार कर रहे थे कार्रवाईं
रियाज़ की पहली पोस्टिंग गिरीडीह में हुई थी. उसके बाद वहां से उनका तबादला खूंटी में हुआ. खूंटी में sdm के पद पर कई ऐसे कार्य किये हैं. जिससे उपायुक्त ने भी उनकी पीठ थपथपाई थी. सैयद रियाज़ कोरोना काल हो या ग्रामीण क्षेत्रों के विकास का मामला सभी में उनका कार्य बेहतर था. अब तक रियाज़ पर किसी तरह का कोई आरोप नहीं था. खूंटी में भी वह गैर कानूनी काम सहन नहीं करत रहे थे. एक बालू माफिया को जेल भी भेजवाया था क्योंकि वह उन्हे रिश्वत देने उनके पास पहुंचा था.
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अब सवाल ये भी उठना लाज़मी
रियाज पर लगा आरोप कितना सही है, ये तो अदालत में ही उजागर होगा. सबूत और तथ्य ही सच से पर्दा उठाएंगे. लेकिन यदि आरोप सच साबित हुआ और रियाज पर दोष सिद्ध हो गया तो सवाल ये भी बनता है कि एक बेहद गरीब परिवार से संघर्ष कर IAS बना युवक क्यों और कैसे शराब और शबाब के जाल में फंस जाता है.
12 वीं की परीक्षा में हुए थे फेल
आईएएस सैयद रियाज़ एक मध्यम वर्ग के परिवार से आते हैं. उनके पिता खेती किसानी कर किसी तरह घर चलाते थे. रियाज़ की पढ़ाई भी छोटे विद्यालय में हुई है. वह इन्टर की परीक्षा में एक बार फेल भी हो गए थे. लेकिन आईएएस बनने का सपना नहीं छोड़ा. उनके सपने को पूरा करने में पिता ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. रियाज़ ने अपने ट्विटर पर आईएएस बनने के बाद एक पोस्ट शेयर किया था जिसमें वह अपने मां और पिता के साथ थे. रियाज़ ने फोटो के साथ एक पोस्ट भी लिखा था- 'चाहे मुझे घर बेचना पड़े चलेगा पर मुझे तुझे उस कुर्सी पर बैठा देखना है. यही बोल थे मेरे अब्बा के जब मैं यूपीएससी के लिए prepration कर रहा था. आज उन्हें ही उस कुर्सी पर बैठा दिया.' दरअसल पिता का कहना था कि जमीन घर जो बेचना पड़े वह उसके सपने को पूरा कराएंगे. पिता के साथ मां ने भी बेटा का हौसला बढ़ाया. जिसका परिणाम वर्ष 2019 में सामने आया. उन्होंने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पास कर एक आईएएस बन गए थे. रियाज का पूरा परिवार नासिक का रहने वाला है.


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