हजारीबाग (HAZARIBAGH) : हजारीबाग के पूर्व एसडीओ अशोक कुमार का मामला फिर से तूल पकड़ने लगा है. पूर्व एसडीओ की पत्नी के मायके वालों ने नया समाहरणालय भवन के सामने ‘जस्टिस फॉर अनीता’ के नाम से सोमवार को हजारीबाग में धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान ‘आरोपी एसडीओ अशोक कुमार को गिरफ्तार करो, अनीता को इंसाफ दो’ के नारे लगाए गए. धरना में शामिल अनीता के भाई राजकुमार गुप्ता ने सवाल उठाते हुए कहा कि अशोक कुमार अधिकारी हैं तो कार्रवाई नहीं होगी? क्या उनके लिए कानून नहीं है.
गौरतलब है कि इस मामले में अनीता के मायकेवालों ने हजारीबाग के पूर्व एसडीओ अशोक कुमार समेत पूरे परिवार पर जलाकर मारने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी, मगर पुलिस आजतक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इधर आरोपी एसडीओ को राज्य सरकार ने निलंबित करने की बजाय कार्मिक विभाग रांची में तबादला भी कर दिया है.
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल 26 दिसंबर को हजारीबाग एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनिता के जलने की खबर आई थी. हालांकि, आग कैसे लगी, यह किसी को नहीं पता. 26 दिसंबर की सुबह आनन-फानन में उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए बोकारो ले जाया गया. जिसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया. अनिता दो दिनों तक रांची के देव कमल अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ती रहीं, लेकिन आखिरकार जिंदगी की जंग हार गईं और देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
मृतका के भाई ने जीजा पर लगाया हत्या का आरोप
इस मामले में मृतका के भाई ने हजारीबाग के लोहसिंघना थाने में अपने जीजा यानी एसडीओ के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया. मृतका के भाई राजकुमार ने बताया कि अशोक कुमार के भाई ने फोन कर बताया कि उसकी बहन को जल गई है. उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है. इसके बाद किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई और फोन कट गया.
मृतका के भाई ने बताया कि उसके जीजा का किसी दूसरी महिला के साथ काफी दिनों से अवैध संबंध चल रहा था, जिसे लेकर गांव में पंचायत भी बुलाई गई थी. उस दौरान किसी तरह मामले को शांत करा दिया गया. इस घटना के संबंध में राजकुमार ने बताया कि अशोक कुमार, उसके पिता, भाई व अन्य परिजनों ने मिलकर उसकी बहन को आग लगाकर मार डाला. उसकी बहन के ससुराल वाले हमेशा उसे प्रताड़ित करते थे. लेकिन, अंत में उसकी बहन को जलाकर मार डाला.
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