रांची(RANCHI): क्षत्रिय महासभा की रथ यात्रा दो दिनों से रांची में है. इस यात्रा के माध्यम से देश में जातिगत आरक्षण खत्म कर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के आरक्षण की मांग उठाई जा रही है. रांची स्थित प्रेस क्लब में क्षत्रिय महा सभा की ओर से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. प्रेस वार्ता में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र सिंह धवर, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बिनय कुमार सिंह और क्षत्रिय महासभा के संरक्षक कमलेश सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे.
इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि यह यात्रा नौ अगस्त को जम्मू से शुरू हुई है. 7 अक्तूबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर समाप्त होगी. उन्होंने कहा कि आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू कराने को लेकर अखिल क्षत्रिय महासभा ने तीसरी बार रथ यात्रा निकाली है. उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि देश में सामाजिक समरस्ता ला कर रहेंगे और यह तभी संभव है जब जातिगत आरक्षण समाप्त होगा. उन्होंने कहा कि 70 हजार किलो मीटर का सफर पिछली यात्रा में तय किया गया था. जिसका परिणाम सभी को दिखा है सरकार ने ews ला कर 10 प्रतिशत का आरक्षण का लाभ दिया है.
क्षत्रिय महासभा के संरक्षक सह एनसीपी विधायक कमलेश सिंह ने कहा कि मेरी व्यक्तिगत राय है कि हेमंत सरकार ने 1932 के खातियान पर जो फैसला लिया है. इसमें थोड़ी जल्दबाजी दिखाई है. उन्होंने कहा कि राज्य पक्ष और विपक्ष सभी की राय इसमें लेनी चाहिए था. उन्होंने कहा कि 1957 में HEC का प्लांट स्थापित किया गया था. जिसके बाद 1963 में यह भारत सरकार को सौप दिया गया था. उन्होंने कहा कि इस प्लांट में हजारों लोग ऐसे हैं जो 70 से 80 वर्षों से झारखंड में रह रहे हैं. वह कहाँ जाएंगे उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सभी लोगों का खयाल रख कर निर्णय लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि एनसीपी इसके विरोध में रहेगा.

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