रांची (RANCHI): इंदिरा गांधी के दौर में लगी इमरजेंसी के विरोध में 25 जून को भाजपा पूरे देशभर में काला दिवस मनाएगी. भाजपा नेताओं ने प्रदेश पार्टी कार्यालय में आज मीडिया को शनिवार को इस संबंध में होने वाले कार्यक्रम के बारे में बताया। बताया कि 25 जून 1975 को ही देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की थी. विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. प्रेस पर सेंसरशिप लगा दी गई थी. उसी समय लोगों की जबरन नसबंदी भी करा दी गई थी.
सीपी सिंह ने साझा किये इमरजेंसी के अनुभव
मौके पर राज्य के मंत्री और विस स्पीकर रहे रांची विधायक सीपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरजेंसी के दिनों के अनुभव साझा किये। बताया कि उस वक्त मारवाड़ी कॉलेज के वो छात्र थे. संघ परिवार की तरफ से लोकवाणी छपती थी. जिसे हम सभी बांटते थे. पम्पलेट बांटने के दौरान 26 जनवरी 1976 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. तब रांची की सड़कों पर उन जैसे युवा कार्यकर्ता सत्याग्रह करते थे. इसकी सजा उन्हें जेल में भुगतकर चुकानी पड़ी थी.
संवैधानिक संस्था पर कांग्रेस का आरोप झूठा: सीपी
सीपी सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठे इल्जाम लगाती है। जबकि देश हित में काम रहे मोदी ने भारत को उच्च स्थान दिलाने का कार्य किया है। कांग्रेसी संवैधानिक संस्थाओं पर मिथ्या आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी सभी संवैधानिक संस्थानों का सम्मान करती है.
उस दिन क्या करेगी भाजपा
प्रेस मीट में मौजूद भाजपा के अजय राय और प्रेम मित्तल ने बताया कि 25 जून को हर जिला मुख्यालय में पार्टी गोष्ठी करेगी। जिसमें लोगों को बताया जाएगा कि कब आपातकाल लगाया गया था। उस दौरान कैसे- कैसे जुर्म किए गए थे. इसके अलावा इमरजेंसी के दिनों जेल गए लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा।

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