रांची/चाईबासा/लातेहार (RANCHI /CHAIBASA/LATEHAR): ठगने के लिए अब नए मिस्टर नटवरलालों ने बदलते समय के साथ नए हथकंडे अपना लिये हैं. इसमें मोबाइल, नेट और सोशल साइटों का सहारा लिया जा रहा है. जहां वे आम लोगों को अपना शिकार बनाते थे, अब बड़े आला अधिकाररियों के नाम पर भी ठगी करने से नहीं चूक रहे हैं. ताजा खबर है कि रांची डीसी छवि रंजन के नाम से ही किसी ने व्हाट्सएप पर फेक आईडी बना ली है. इसका क्या-क्या खतरनाक इस्तेमाल हो सकता है, कल्पना ही की जा सकती है. मामला महज ठग का नहीं इससे आगे का भी हो सकता है. रांची डीसी ने लोगों से अपील की है कि किसी तरह के झांसे में ना आएं. इस फेक व्हाट्सएप आईडी से लोगों को गुमराह किया जा रहा है. इसकी सूचना एसएसपी कार्यालय को भी दे दी गयी है. ये झारखंड का पहला मामला नहीं है, चलिये और कब-कब ऐसा हुआ, इस खबर में जानते हैं.

चाईबासा उपायुक्त के भी नाम का दुरुपयोग
चाईबासा DC अनन्य मित्तल भी ठगों के घेरे में आए हैं. उनका फोटो लगाकर व्हाट्सएप्प के माध्यम से कई लोगों से ठगी की शिकायत सामने आ चुकी है. उन्होंने भी इस ID से के झांसे में नहीं आने की अपील लोगों से की है. पुलिस अधीक्षक कार्यालय चाईबासा को भी सारी डिटेल्स उपलब्ध करा दी गई है. बता दें कि पहले भी उपायुक्त की दो बार फर्जी ID बनाकर ठगी का मामला सामने आ चुका है.
लातेहार DC के फर्जी ID से मैसेज कर ठग लिये पैसे
उपायुक्त लातेहार अबु इमरान के नाम पर भी कई लोगों से ठगी का मामला कुछ दिनों पहले उजागर हुआ था. राजस्थान घूमने जाने के नाम पर कर्मचारियों को मैसेज कर पैसे की मांग की गई थी, कुछ लोगों ने पैसे भी दे दिये थे. बाद में जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तो जानकारी एसपी कार्यालय को दी गयी. एसपी कार्यालय की छानबीन में पता चला कि यह नंबर राजस्थान से संचालित हो रहा था. पुलिस कार्रवाई कर रही है. DC ने आम लोगो से अपील की है कि ऐसे किसी मैसेज पर वो विश्वास नहीं करें. उनकी फोटो लगा कर ठगी करने का प्रयास किया जा रहा है. झाँसे में नहीं आयें. पुलिस विभाग का साइबर सेल साइबर ठगों को पकडने का प्रयास कर रहा है.


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