रांची (RANCHI): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने के बाद पंचायत सचिव अभ्यर्थी के चेहरे खिल उठे. दरअसल मुख्यमंत्री ने सभी को भरोसा दिलाया है कि दुर्गा पूजा तक इन लोगों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. लगभग 3000 पंचायत सचिव अभ्यर्थी 2 वर्षों से लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. इनकी लड़ाई झारखंड हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची. पांच वर्षों के लंबे इंतजार के बाद पंचायत सचिव अभ्यर्थी को सफलता मिलती दिख रही है.
दिन रात धरने पर बैठे रहते थे अभ्यर्थी
धरना में दिन-रात बैठना अभ्यर्थियों के लिए सार्थक हुआ. बता दें कि राजभवन हो या मोराबादी मैदान लगातार धरना-प्रदर्शन पर बैठे रहते थे, डटे रहे, अड़े रहे. लगातार सरकार से मिलकर अपनी बातों को रखते रहे. प्रोजेक्ट भवन तक का भी घेराव इन्हें करना पड़ा, लेकिन अब यह 3088 पंचायत सचिव कर्मी को राज्य सरकार जब नियुक्ति देगी तो यह राज्य के विकास में अपना योगदान देंगे.
कब निकली थी बहाली
2018 में JSSC पंचायत सचिव अभ्यर्थी की बहाली निकाली गई थी, जिसमें 50% महिलाओं को भी आरक्षण दिया गया था.
परिक्षा की सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने से अभ्यर्थियों में निराशा का भाव जागना शुरू हो चुका था. अभ्यर्थी गुलाम हुसैन का कहना है कि सीएम से मिलने के लिए कई कवायद जुटाई पर अभी तक सफल नहीं हो पाया था.आखिरकार पंचायत सचिव अभ्यर्थी CM से मिलकर अपनी बातों को रखने के बाद आश्वस्त दिखे.

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