रांची (RANCHI): झारखंड से पलायन कोई नई बात नहीं है, चाहे वह पढ़ाई करने के लिए बाहर जाने वाले छात्र हों या फिर बेरोजगारी के दंश झेल रहे नौजवान. दूसरे राज्यों में नौकरी करने को मजबूर नौजवान तस्करों के चंगुल में या मालिकों के चंगुल में फंसने को मजबूर होते हैं. ताजा मामला झारखंड की राजधानी रांची से जुड़ा है. यहां के पांच युवक मई महीने के 20 तारीख को तमिलनाडु गए थे. और वहां फंस गए. उनके पैसे भी ले लिये गए. इनके नाम जयराम कुमार (उम्र 22 वर्ष), विकास साहू उनकी (21 वर्ष), राजवीर उराव ( 25 वर्ष), बलिराम भोक्ता (23 वर्ष) और बिरजू उराव (26 वर्ष) हैं. 

वेतन के ₹55,000 छीन लिया

यह पांचों युवक नौकरी की तलाश में तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में विषा प्लास्टिक (VISHA PLASTIC) कंपनी में किसी ठेकेदार के माध्यम से वहां पहुंचे थे. अपना कार्य 1 जून से शुरू कर चुके थे, वैसा प्लास्टिक में जैसे ही इनका एक महीने का कार्यकाल पूरा हुआ . पैसा मिलते ही उसमें से दो युवक अपना घर वापसी की तैयारी करने लगे. ठेकेदार को जब इसकी भनक लगी, तो रूम पर पहुंच कर जितने वेतन में पैसे ₹55,000 मिले थे सभी पैसे को छीन लिया. जो युवक अपने घर के लिए निकल चुके थे उन्हें बुलाने का दबाव देने लगा. उसके बाद से धमकी देते हुए  ठेकेदार के द्वारा कहा गया कि अगर वह दो लड़के नहीं आते हैं, तो तुम सभी को यहीं पर मार -काट के फेंक देंगे. यह जानकारी न्यूज़ पोस्ट से रांची के जयराम कुमार ने साझा की है.

 ठेकेदार लौटाए उनके पैसे- मांग

पांचों युवक फिलहाल तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के (VISH PLASTIK) प्लास्टिक में कार्य कर रहे के दौरान जिस रूम में ठहरे थे उसी रूम में है, और वह अब आग्रह करने लगे हैं की उन्होंने जितने दिनों का कार्य किया था, उसके पैसे को जो ठेकेदार ने छीना है, उसे वापस दिलाएं. उसमें से कई बेरोजगार नौजवान युवक झारखंड भी आना चाहते हैं तो वहीं रुक कर कुछ महीने तक काम भी दूसरी कम्पनी में करना चाहते हैं.