टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : कल ही JPSC 2023 के परिणाम घोषित हुए हैं, जहां कुल 342 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. टॉपर्स की सूची में आशीष अक्षत ने पहला स्थान हासिल किया है. अभय कुमार दूसरे और रवि रंजन कुमार तीसरे स्थान पर रहे. टॉप-10 में गौतम गौरव, श्वेता, राहुल कुमार विश्वकर्मा, रॉबिन कुमार, संदीप प्रकाश, स्वाति केशरी और राजीव रंजन के नाम शामिल हैं.

अब एक परीक्षा के परिणाम तो सफलतापूर्वक हो गए पर बाकी की परीक्षाओं का क्या ? इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर डुमरी विधायक जयराम महतो की पार्टी ने अपनी आवाज़ बुलंद की है. उन्होंने X हैंडल पर पोस्ट कर लिखा है, "JPSC का रिजल्ट आ गया लेकिन 10 साल से #JSSC CGL पुरी तरीके से संपन्न नहीं हो पाया। वाकई काफी चिंताजनक है सरकार इसका विकल्प खोजें, कैसे CGL छात्रों को न्याय मिलेगा. युवाओं का बहुमूल्य समय इस परीक्षा ने निगल लिया है. लेकिन छात्रों को कोई फायदा नहीं हुआ. कोर्ट के चक्कर में सबकुछ बर्बाद हो रहा है." इस पोस्ट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मारंडी और झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार क टैग किया गया है.

अब राज्य में प्रतियोगिता परीक्षाओं की क्या स्थिति है, यह हर कोई जनता है और इस पोस्ट से साफ है तौर पर यह बात दर्शाने की कोशिश की गई है. बात करे JSSC CGL परीक्षा की तो मामल अब भी कोर्ट में  लंबित है. पेपर लीक मामले में एक दर्जन, से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है.

अब ये तो रहा एक परीक्षा का हाल, पर राज्य में कितनी ही ऐसी परीक्षाएँ हुई है, जहां अभ्यर्थी कभी पेपर लीक', कभी सीटों की खरीद-बिक्री और फिर कोर्ट-कचहरी के शिकार हो जाते हैं.