रांची(RANCHI): झारखंड में अंचल अधिकारी हमेशा से सवालों के घेरे में रहते है. कभी भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ़्तारी की वजह से सुर्खियों में रहते है तो कभी अपनी लाट साहब जैसी हरकत से चर्चा में बने रहते है. लेकिन अब एक ऐसा पलामू के हुसैनाबाद अंचल से सामने आया है. जिससे अब यह सवाल उठने लगा की आखिर सरकारी दफ्तर में बैठक कर क्या खुद को अंचल अधिकारी राजा समझने लगे है. क्योंकि एक बुजुर्ग ने आरोप लगाया है कि CO ने पहले डांटा फिर लात से मार कर बाहर जाने को बोल दिया. इस मामले में बुजुर्ग ने स्थनीय चैनल को अपने साथ हुई पूरी कहानी को बताया. जिसके बाद मंत्री ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच का आदेश दिया है.

 बता दे कि हुसैनाबाद में अंचल अधिकारी पंकज कुमार है. इनका विवादों से पुराना नाता है. कुछ दिन पहले बेल बीघा पंचायत से एक वीडियो सामने आया था. जहां भी खूब हंगामा देखने को मिला. लेकिन यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ. इसके बाद एक बुजुर्ग रामस्वरुप पासवान को लात मार कर भगाने का आरोप लगा है.इनका कसूर इतना है कि सरकारी बाबू से कुछ सवाल पूछ लिया था. आखिर काम कब होगा,महीने से दफ्तर में दौड़ रहे है.

रामस्वरूप पासवान ने बताया कि वह नादियायीन बरवाडीह से हर दिन अपने जमीन से संबंधीत काम के लिए हुसैनाबाद अंचल कार्यालय आते है. लेकिन उनका काम नहीं हुआ. उन्होंने जमीन नापि के लिए आवेदन दिया था. दो माह हो गया इसके बावजूद कुछ भी नहींहो सका. इसी की जानकारी के लिए अंचल अधिकारी के पास पहुंचे थे. लेकिन उन्होंने लात मार कर निकाल दिया. अब आखिर कौन दर्द सुनेगा. हर दिन आने जाने में अब तक 7 हजार रुपये भी खर्च हो गए है.

 

रामस्वरुप के मामले को जयराम महतो की पार्टी ने अपने सोशल हैंडल एक्स पर पोस्ट कर मंत्री से कार्रवाई की मांग की है. जिसके बाद मंत्री दीपक बिरुआ ने पलामू डीसी को मामले में जांच कर दोषी पर कार्रवाई करने के साठ बुजुर्ग से मुलाकात कर उनके काम को तुरंत करने का आदेश दिया है.