झुमरी तिलैया ( JHUMARI TILAIYA): नामांकन के मामले में विश्व के सबसे बड़े मुक्त विश्वविद्यालय इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) को हाल ही में राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) से ए की मान्यता मिली है. अब इसके एमबीए पाठ्यक्रम को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) से मान्यता मिल गई है. जे.जे.कॉलेज की इग्नू की समन्वयक प्रो0 संगीता बारला ने बताया कि विश्वविद्यालय मानव संसाधन प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन, संचालन प्रबंधन, विपणन प्रबंधन और सेवा प्रबंधन, इन पांच विशेषज्ञताओं में एमबीए डिग्री प्रदान करता है। ये पाठ्यक्रम आफलाइन और आनलाइन दोनों मोड में प्रस्तुत किए जाते हैं। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए न तो कोई परीक्षा नहीं देनी है, न ही पूर्व अनुभव आवश्यक है. 50 प्रतिशत अंकों के साथ तीन वर्षीय स्नातक उत्तीर्ण कोई भी सामान्य तथा 45 प्रतिशत अंकों के साथ आरक्षित श्रेणी का कोई भी अभ्यर्थी सीधे पाठ्यक्रम में प्रवेश पा सकता है।प्रो0 संगीता बारला ने बताया कि कार्यक्रम चार सेमेस्टर में है. इसे न्यूनतम दो और अधिकतम चार वर्ष में पूरा किया जा सकता है. प्रत्येक सेमेस्टर में सात पाठ्यक्रम हैं. कार्यक्रम की कुल क्रेडिट 116 है. शुल्क भी बहुत कम मात्र 15500 रुपये प्रति सेमेस्टर है. -नामांकन की अंतिम तिथि - 9 सितंबर, 2022 तक है.

इग्नू जून सत्रांत की परीक्षा संपन्न

इंदिरा गॉधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के द्वारा जून 2022 टर्म-र्इ्रड-एग्जाम (टीईई) की परीक्षा 5 सितम्बर को संपन्न हुई. जेजेकॉलेज इग्नू की संमवयक डॉ संगीता बारला ने बताया कि परीक्षा 30 जुलाई से शुरू हुई. इसमें 4391 परीक्षार्थी शामिल हुए. उन्होनें बताया कि यूजी पीजी , डिप्लोमा पीजी सटिफिकेट कोर्स के विधार्थी जो जुन 2022 में टीईई के लिए फार्म भरे थे वे परीक्षार्थी शामिल हुए.

रिपोर्ट - अमित कुमार, झुमरी तिलैया.