रांची (RANCHI): राज्यभर में महिलाओं के साथ लागातार हो रही घटनाएं और बढ़ते अपराध के आंकड़े कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसे में राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष पद का लंबे समय से खाली होना खुद में ही एक बड़ा सवाल है.

दो कर्मचारियों के भरोसे चल रहा महिला आयोग 

"THE NEWS POST" की टीम ने रांची के धुर्वा स्थित महिला आयोग के कार्यालय का जायजा लिया तो आयोग कार्यालय के अंदर दो  कॉन्ट्रैक्चुअल आधारित महिला कर्मी एक कंप्यूटर ऑपरेटर और एक गार्ड के तौर पर कार्यरत महिला ड्यूटी में  सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक बैठी रहती हैं. इन कर्मियों का कहना है कि दूर से लोग समस्या लेकर आते हैं, पर यहां से मायूसी लेकर लौटते हैं.

फाइलों में बंद लिफाफे फांक रहे धूल 

राज्य के अलग-अलग जिलों से डाक के माध्यम से समस्या लिफाफा में बंद होकर आयोग पहुंचता है. रजिस्टर में एंट्री होने के बाद फाइल में बंद हो जाती है.  समस्या से भरा लिफाफा धूल फांकते हुए अध्यक्ष के इंतजार में यू हीं फाइल में सीलबंद रहेगा. 

सूबे में लगातार बढ रहे महिलाओं के साथ अपराध 

इन दिनों राज्य भर में महिलाओं के साथ अपराध, बलात्कार, यौन शोषण, लव जिहाद के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. बेटियां पेट्रोल और एसिड से जलाई जा रही हैं. डायन बिसाही के मामलों में त्वरित जान मारकर महिलाओं का बलि चढ़ा दिया जा रहा है. घरेलू हिंसा के साथ -साथ ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामलों में लगातार वृद्धि  हो रही है. सरकार भी मामलों को लेकर गंभीर नहीं दिख रही.THE NEWS POST ने विशेष सत्र के दौरान कई माननीय से इस सवाल का जवाब मांगा तो स्वर सभी के एक ही होते हैं. राज्यभर के लगभग कई महत्वपूर्ण बोर्ड और निगम के अध्यक्ष पद खाली पड़े हैं.