दुमका(DUMKA): झामुमो महासचिव सह दुमका कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विजय कुमार सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे. आज सोमवार की सुबह शहर के न्यू केयर हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया. कुछ समय से वे बीमार चल रहे थे. वहीं, उनकी मौत से दुमका में शोक की लहर है. कुम्हार पाड़ा स्थित अधिवक्ता के आवास में उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. राज्य के सीएम हेमंत सोरेन ने भी वरिष्ठ अधिवक्ता के निधन पर शोक जताया है.

अलग झारखंड राज्य निर्माण के आंदोलन में निभाई अहम भूमिका

विजय कुमार सिंह अलग झारखंड राज्य निर्माण के लिए चलाए गए आंदोलन में कूद गए. आखिरकार अलग झारखंड राज्य का निर्माण हुआ. इसके बाद झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन से प्रभावित होकर वे राजनीति में कूदे, लेकिन कभी भी पद की लालसा नहीं की. इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें महासचिव के पद पर बैठाए रखा.

गुरुजी के विश्वासपात्र बने रहे विजय

झामुमो में वह सबके चाचा बन कर रहे. सीएम हेमंत और विधायक बसंत सोरेन भी उन्हें चाचा कहकर संबोधित करते थे. जब भी दिसोम गुरु शिबू सोरेन के विश्वासपात्रों का जिक्र होगा तो उसमें एक नाम विजय कुमार सिंह का जरूर रहेगा. गुरुजी जब भी कभी दुमका आते, विजय कुमार सिंह वकालत जैसे पेशे को दरकिनार कर परछाई की भांति गुरुजी के साथ रहते. मंच चाहे राजनीतिक हो या सामाजिक या फिर प्रशासनिक, हर मंच पर गुरुजी के साथ वाली कुर्सी विजय कुमार सिंह के लिए सुरक्षित रही.

समय के पाबंद विजय सिंह सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर लेते थे भाग

विजय सिंह ताउम्र समय के पाबंद रहे. अनुशासन प्रिय होने के साथ-साथ उनकी वाक पटुता के कायल सभी रहे.  सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेते थे. कई खेल संगठनों से जुड़कर खेल के क्षेत्र में दुमका का नाम कैसे रोशन हो इसके लिए प्रयासरत रहते थे. आज विजय सिंह के जाने का गम हर आम व खास में है.

रिपोर्ट: पंचम झा