टीएनपी डेस्क - विधायक जयराम महतो उन्हें पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पर उठाए सवाल. देर रात एक ऐसी जगह पहुंचे जहां पुलिस भी पहुंचने के लिए काफी सोचती है. वहां पर खुद पहुंच कर घटना को देखा. सोशल मीडिया पर उन्होंने अपने पोस्ट में कहा है कि झारखंड की पुलिस बालू और कोयला चोरी का हिसाब किताब लेने में व्यस्त रहती है लेकिन जहां हत्या हो जाती है वहां पर आने में उसके हाथ पांव फूल जाते हैं. विधायक 1 बजे रात में सूचना मिलने पर बेरमो पुलिस अनुमंडल के नावाडीह पहुंच जाते हैं जहां पुलिस को आने में समय लग जाता है. वह भी पुलिस को जब डांट पड़ती है तब वह पहुंचती है.

कहां पहुंचे युवा विधायक जयराम महतो

 मामला ही यह है कि बेरमो पुलिस अनुमंडल के अंतर्गत उपरीघाट में एक हत्या कर दी गई. बाप के सामने बेटे की हत्या कर दी गई. ड्राइविंग सीट पर बैठे युवक को तीन लोग के गिरोह ने मार डाला. इसकी सूचना जब डुमरी विधायक जयराम महतो को मिली तो वे रात 1 बजे घटनास्थल पहुंचे. उग्रवाद प्रभावित नावाडीह क्षेत्र में तीन-चार समर्थकों के साथ एक गाड़ी में विधायक पहुंचे थे.

नावाडीह पुलिस ने विधायक को जाने से रोका

नावाडीह के थाना प्रभारी को फोन लगाया गया तो थाना प्रभारी ने विधायक को सुझाव दिया कि वह घटनास्थल नहीं जाएं,क्योंकि खतरा हो सकता है. लेकिन विधायक जय राम महतो वहां निडर होकर पहुंच गए. बेरमो डीएसपी को भी फोन लगाया गया. फोन नहीं उठा. बोकारो के एसपी को भी फोन लगाया गया कोई जवाब नहीं आया.

जयराम महतो ने कहा है कि झारखंड की पुलिस का यह हाल है कि वह हत्या जैसे मामले को भी गंभीरता से नहीं लेती. इसका जीता जागता उन्होंने उदाहरण पेश किया है. सोशल मीडिया पर उन्होंने पूरी बातों को रखा है.