जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका की अध्यक्षता में चैम्बर के प्रतिनिधमंडल ने राज्यपाल रमेश बैस के जमशेदपुर आगमन पर उनसे मुलाकात कर, उन्हें व्यापार, उद्योग, एयरपोर्ट एवं जनसरोकार से जुड़े मुद्दों पर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष नितेश धूत, महेश सोंथालिया, मुकेश मित्तल, सचिव अनिल मोदी, पीयूष चौधरी, भरत मकानी और कोषाध्यक्ष किशोर गोलछा मौजूद रहें.

जमशेदपुर में हवाई अड्डे के निर्माण हेतु अनुरोध

जमशेदपुर को झारखंड ही नहीं देश के एक प्रतिष्ठित शहर के रूप में पहचाना जाता है जो झारखंड की औद्योगिक राजधानी भी है. लेकिन यहां अब तक हवाई अड्डे का निर्माण नहीं हो पाया है. एयरपोर्ट नहीं होने के कारण जमशेदपुर का विकास लगभग रुक सा गया है. यहां नए व्यवसाय और उद्योगों की स्थापना नहीं हो पा रही है. जमशेदपुर में एयरपोर्ट की स्थापना हो जाने से यहां रोजगार के नए अवसर का सृजन होगा. जमशेदपुर औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर होगा, पर्यटन उद्योग की संभावनाएं बढ़ेगी.

ये भी देखें- MOTIHARI: शिक्षक बने एसडीओ, बच्चों के साथ टीचरों को भी पढ़ाया पाठ

जमशेदपुर में औद्योगिक और व्यापारिक विकास के संबंध में

विगत कई वर्षों में जमशेदपुर में नए उद्योगों के नहीं आने से यहां का विकास ठहर सा गया है, इसलिए जमशेदपुर या इसके आस-पास 50 किलोमीटर के दायरे में नए और बड़े उद्योग स्थापित नहीं हो रहे हैं.  MSMI कॉन्क्लेव होने से यहां बड़े उद्यमी आएंगे.

झारखंड में उच्च शिक्षा, चिकित्सा एवं पर्यटन का हो विकास

झारखंड में उच्च शिक्षा हेतु शिक्षण संस्थाओं का अभाव है.  यहां उच्च शिक्षण संस्स्थानों के अभाव के कारण एक ओर जहां विद्यार्थी अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा हेतु झारखंड से बाहर के राज्यों में पलायन करने हेतु विवश हैं. इसलिए यहां उच्च शिक्षण संस्थान खोलने हेतु कदम उठाएं जाएं.

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि झारखंड में चिकित्सा हेतु मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल नहीं के बराबर है. जिस कारण रोगियों को गंभीर बीमारी के इलाज हेतु देश के दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है, अगर झारखंड राज्य में गंभीर बीमारियों के इलाज हेतु मल्टीस्पेशिलिटि अस्पताल खुले तो रोगियों को इलाज के लिए देश के दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा.  इतना ही नहीं झारखंड के विभिन्न जिलों में पयर्टन की असीम संभावनाएं हैं अगर उचित तरीके से पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाए तो यह पर्यटन उद्योग का रूप ले सकता है. इससे राज्य के राजस्व में वृद्धि होगी, रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और बेरोजगारी की समस्या दूर होगी. 

होल्डिंग टैक्स के संबंध में

झारखंड सरकार द्वारा होल्डिंग टैक्स में अत्याधिक वृद्धि कर दी गई है, जिसके कारण आम नागरिक, व्यापारीगण, गृह स्वामी सहित पूरी जनता परेशान, उद्वलित और आक्रोशित है. इतना अधिक होल्डिंग टैक्स बढ़ाया जाना न्यायसंगत प्रतीत नहीं होता है. उपरोक्त मुद्दों पर चर्चा के पश्चात महामहिम राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि एयरपोर्ट को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और झारखंड के मुख्यमंत्री से बात करेंगे और अन्य विषयों पर झारखंड सरकार का ध्यान आकृष्ट करेंगे.

रिपोर्ट: रंजीत ओझा, जमशेदपुर