रांची (RANCHI): झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) दो माह से अध्यक्ष विहीन है. इसकी बहाली नहीं होने से कई काम प्रभावित हो रहे हैं. नियुक्ति की मांग को लेकर लगातार युवा आंदोलनरत हैं. आज से फिर बड़ी तादाद में राज्य के असिस्टेंट इंजीनियर जेपीएससी के चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर 48 घंटे के धरने के लिए राजभवन के समक्ष बैठ गए हैं. इनका कहना है कि पहली बार धरना पर बैठे हैं, यह अनुभव भी पहला है और यह पढ़े-लिखे युवा आंदोलनकारी और राजनीतिज्ञ बनने के लिए नहीं बल्कि अपने हक और लड़ाई की मांग को लेकर धरने पर बैठने को मजबूर हुए हैं. इनकी अपनी भी वजह है.
इंजीनियरों की भी नहीं हो सकी बहाली
"द न्यूज़ पोस्ट" की टीम ने उनसे बात करने की कोशिश की तो लगभग सभी अभ्यर्थियों के स्वर एक ही थे, कि हमारी नियुक्ति से पहले JPSC अध्यक्ष की नियुक्ति की जाए, ताकि उनकी नियुक्ति हो. उसके बाद हमारी फाइल प्रोसेस होगी. इंटरव्यू की प्रक्रिया रुकी हुई है. वह जल्द से जल्द पूरी हो और राज्य के विकास में यह सभी इंजीनियर अपना योगदान देने के लिए तैयार हैं. लंबे समय के बाद यह बहाली निकली थी. 7 वर्ष इस बहाली को पूरा होने में समय लगने जा रहा है, और अभी तक कंप्लीट नहीं हुआ. लेकिन इन अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि कई परीक्षाएं इनके बाद आईं लेकिन इन्हें ओवरटेक करते हुए दूसरी परीक्षा का रिजल्ट भी आ गया ट्रेनिंग में भी छात्र चले गए लेकिन असिस्टेंट इंजीनियर की नियुक्ति प्रक्रिया में ग्रहण लग गई.
कब निकली थी इनकी बहाली
असिस्टेंट इंजीनियर की बहाली 2015 में निकाली गई थी. विज्ञापन जब निकला था उसके बाद से मेंस परीक्षा होते-होते 2021 तक हो गया. मामला कोर्ट चला गया , कोर्ट से केस हमेशा यह जीत रहे अभ्यर्थी और प्रोसेस भी आगे बढ़ते गया. आखिरकार 2022 में मेंस रिजल्ट के बाद इंटरव्यू की प्रक्रिया के लिए छात्रों को इंटरव्यू के लिए भी बुलाया गया. 12 जून के बाद इंटरव्यू की प्रक्रिया करीब 1000 पदों के लिए यह बहाली है. लेकिन 500 के करीब छात्रों ने अपनी इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी कर ली, उसके बाद कोर्ट से आदेश आ गया उसे ग्रहण लग गया और फिर यह मामला रुक गया. इंटरव्यू की प्रक्रिया आधे में ही रुकने से जिन अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो गया था ,और वह वअभ्यर्थी इंटरव्यू अगले दिन नहीं दे पाए. ऐसी स्थिति उनके सामने पड़ गई और पूर्व अध्यक्ष चेयरमैन अमिताभ चौधरी ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि 15 जुलाई के बाद इनकी प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी, हालांकि छात्र पूर्व अध्यक्ष को भी याद जरूर कर रहे हैं और कह रहे थे कि अगर उनका कार्यकाल होता तो यह नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो जाती. उन्होंने भरोसा दिलाया था 500 के करीब छात्रों का इंटरव्यू प्रक्रिया अभी भी बचा हुआ है. इन छात्रों की मांग यही है कि हमारी इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए पहले अध्यक्ष लाया जाए उसके बाद या प्रोसेस में आगे बढ़ेगा तभी असिस्टेंट इंजीनियर की नियुक्ति संभव हो पाएगी.

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