दुमका(DUMKA): हत्या, हादसा या फिर संदिग्ध परिस्थिति में किसी इंसान का शव मिलने पर पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया जाता है, ताकि मौत की वजह स्पष्ट होने के साथ साथ अनुसंधान को गति मिल सके और असली गुनाहगार को सजा मिल सके. कुछ परिस्थिति में जानवर की संदिग्ध मौत पर भी पोस्टमार्टम  कराया जाता है. 

पशु अस्पताल में हुआ मृत बकरी का पोस्टमार्टम 

वैसे तो झारखंड की उपराजधानी दुमका में मृत पशु के पोस्टमार्टम की घटना कम देखने को मिलती है. लेकिन जब ऐसे मामले सामने आता है, तो काफी सुर्खियां बटोरता है. लगभग 2 वर्ष पूर्व पालतू बिल्ली की मौत सुर्खियों में थी तो अब वकील साहेब की बकरी की संदिग्ध मौत चर्चा में है. दरअसल नगर थाना के दुधानी निवासी पेशे से अधिवक्ता मुहम्मद अंसारी की बकरी की संदिग्ध स्थिति में 2 जनवरी को मौत हो गई. इसको लेकर अधिवक्ता की पत्नी रीना खातून ने नगर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. वकील साहेब के परिवार को शक है कि पड़ोस में रहने वाले हामिद मंसूरी, बीबी शबनम, हमनवाज और अरबाज ने मिलकर गर्भवती बकरी के पेट पर वार किया, जिससे बकरी की मौत हो गई.  वैसे तो अभी तक इस मामले में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है, इसके बाबजूद आरोप की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने पशु अस्पताल में बकरी के शव का पोस्टमार्टम कराया.

थाना में दिए गए आवेदन में रीना ने बताया पड़ोसी से विवाद का कारण

रीना खातून द्वारा नगर थाना में दिए गए आवेदन में अपने पड़ोसी से विवाद का वजह भी बताई है. रीना का आरोप है कि कुछ महीने पूर्व बीबी शबनम ने घर बनाने के लिए ₹30,000 उधार लिए थे. रीना ने जब रुपए की मांग की तो बीबी शबनम टाल मटोल करने लगी. इसको लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा है. आरोप है  कि प्रतिशोध स्वरूप बीबी शबनम और उसके परिवार के सदस्यों ने 2 जनवरी को गर्भवती बकरी की जान ले ली.

आवेदन मिला है, पुलिस कर रही है मामले की जांच: नगर थाना प्रभारी

इस बाबत पूछे जाने पर नगर थाना प्रभारी अमित लकड़ा ने कहा कि आवेदन मिला है. पुलिस फिलहाल अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है. अभी नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. जांच में तथ्य सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
वैसे तो सामान्य घटना में कांड के अनुसंधान में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते रहता है. लेकिन, यहां मामला थोड़ा अलग है. एक तो इंसान पर पशु की हत्या का आरोप लगाया गया है वही दूसरी तरफ पीड़ित कोई और नहीं बल्कि कानून के जानकार माने जाने वाले वकील साहेब और उनका परिवार है. ऐसी स्थिति में पुलिस भी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है.

रिपोर्ट: पंचम झा