चाईबासा(CHAIBASA): नगर परिषद ने कुम्हारटोली वार्ड नंबर 10 स्थित रोरो नदी किनारे स्नान घाट की सीढ़ियां बनाई गई थीं, लेकिन महज तीन माह में ही धराशायी हो गईं. इस मामले को उपायुक्त अनन्य मित्तल ने गंभीरता से लेते हुए जांच का निर्देश दिया,और दो सदस्ये कमिटी बना दी.उपायुक्त ने कमिटी को 14 दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा था. लेकिन एक माह बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं आ सकी है. इससे साफ जाहीर होता है कि भ्रष्टाचार में सिर्फ संवेदक नहीं अधिकारी भी शामिल हैं.

निर्माण की जांच रिपोर्ट भले ही ना आई हो. निर्माण स्थल पर सिर्फ मलबा है, यह देख आप समझ जायेगें कि इस योजना में किस तरह से भ्रष्टाचार हुआ है. बता दें कि अगस्त में वर्षा के कारण रोरो नदी उफान पर थी, इसी उफान में सीढ़ियां बह गई थीं. जिसका अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ था. मामला सामने आने के बाद DC ने जांच करने का निर्देश दिया था. बताया जा रहा है कि स्नान घाट की सीढ़ियां जब बनाई जा रही थीं. तब नगर परिषद के कनीय अभियंता बिट्टू मांझी खुद उसकी निगरानी कर रहे थे.  ऐसे में सवाल उनपर भी उठ रहे हैं.  

स्थानीय लोगों ने बताया कि हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार फिरोज आदिल उर्फ एनामुल हक को  लगभग 14 लाख की एक योजना और शंकर कंस्ट्रक्शन को उसी जगह पर दूसरी योजना के लिए लगभग 24 लाख का टेंडर दिया गया था. दोनों काम तय समय में किये गए. इसके बावजूद इन ठेकेदारों की ओर से गुणवत्ता का बिलकुल ख्याल नहीं रखा गया.

यहां तक सीढ़ियों का काम होते ही कनीय अभियंता ने दोनों ठेकेदार के बिल पर अपना साइन कर पास कर दिया. इसके बाद नगर परिषद की ओर से इन ठेकेदारों का फुल बिल का भुगतान कर दिया गया. अब तीन महीने के अंदर स्नान घाट मलबा में तब्दील हो गया. हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार फिरोज आदिल उर्फ एनामुल हक खुद पूर्व में वार्ड पार्षद रह चुके हैं.  

रिपोर्ट: संतोष वर्मा,चाईबासा