रांची(RANCHI): झारखंड राज्य का गठन साल 2000 में हुआ था और उसी समय से यह राज्य नक्सली गतिविधियों का शिकार रहा है. लेकिन सरकार और प्रशासन की लगातार प्रयास के बदौलत आज झारखंड में नक्सलियों का प्रभाव काफी कम हुआ है. बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) द्वारा कोडरमा, रामगढ़ और सिमडेगा को उग्रवाद प्रभावित जिलों से हटा दिया गया है. इन तीन जिलों के हटने के बाद राज्य के कुल आठ जिले पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो गए है.

16 जिले अब भी प्रभावित

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार राज्य के 16 जिले अभी भी नक्सल प्रभावित हैं. इनमें 8 जिले अति नक्सल प्रभावित है जबकि 8 जिलों में मॉडरेट नक्सली गतिविधियां हो रही है. वहीं, राज्य के 8 जिले पूरी तरह से उग्रवाद मुक्त हो गए हैं. राज्य में पुलिस लगातार ऑपरेशन चला रही है उसी का नतीजा है कि उग्रवादियों द्वारा दिए जाने वाले घटनाओं में लगातार कमी आ रही है और उनकी पकड़ कमजोर हो रही है.

देखें राज्य के जिलों का हाल

नक्सल मुक्त- रांची, कोडरमा, रामगढ़, सिमडेगा, देवघर, पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा

मॉडरेट नक्सल प्रभावित- बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, हजारीबाग, धनबाद, दुमका, , जामताड़ा, गढ़वा, गुमला

अति नक्सल प्रभावित- खूंटी, लातेहार, पश्चिमी सिंहभूम, पलामू, चतरा, लोहरदगा, सरायकेला, गिरिडीह