TNP DESK:-श्री  कृष्ण जनमाष्टमी में  भक्त पूरे दिन व्रत रखकर  आधे रात  के समय  में बाल गोपाल  को स्नान  करवा कर उनका शृंगार  करके ,फिर उन्हे भोग लगते है. भोग  लगाने  के लिए भक्त  56 भोग तैयार करते है. श्री कृष्ण जनमाष्टमी लोग भद्रपास मास की अष्टमी तिथि को मनाते है. इस बार जन्माष्टमी का त्यौहार सोमवार  26 अगस्त 2024 को मनाया जा रहा है. तो ऐसे में आइए आपको इस खबर में बताते है, की प्रसाद में कौन सी चीजें बनाए जो की श्री  कृष्ण के मन को भी भाए और आपके सेहत पर भी ज्यादा असर न पड़े. 

ये हैं वो प्रसाद:-

राजगिरे की पंजीरी:-  राजगिरे की पंजीरी बनाने  के लिए  हमें राजगिरे का 100 ग्राम  आटा लेना है, इसके साथ हमे घी 50  ग्राम, कैट हुए मेवे 50 ग्राम ,कुछ गोंद के टुकड़े. उसके बाद  एक कढ़ाई  में हमे घी डालना है,  उसके गरम  होने के  कुछ देर  के बाद  राजगिरे का आटा उसमे डाल देना  है. फिर  लगभग 10 मिनट तक हमे उसे हल्के हाथों से  चलाना है, जब तक वो गोल्डन होने तक भूनना है. उसके बाद फिर इसमे  सारे  कटे हुए मेवे डाल देंगे. उसे कुछ देर तक चलाएंगे. उसके बाद इसमे शक्कर का भूरा अंत में मिलाएंगे  फिर ये भोग के लिए तैयार है. 

बेसन की पंजीरी :- बेसन की पंजीरी बनना ऐसे तो बेहद आसान है. लेकिन  अगर  हम इसे भोग के लिए बना रहे है तो इसके  लिए हमे 150 ग्राम बेसन , 50 ग्राम  शक्कर का भूरा , 50 ग्राम घी, और कुछ  कटे हुए मेवे लेने है.  एक कढ़ाई मे हमे  पहले घी डालना है उस गर्म होने के लिए  छोड़ देना है. फिर इसमे हम बेसन   डाल कर उसे कुछ देर के लिए चलाएंगे. फिर इसमे शक्कर  का भूरा मिलाकर थोड़े देर मिलाएंगे. उसके बाद उसमे पानी  मिलाकर थोड़े देर तक चलाएंगे. फिर इसमे मेवे मिलाकर  इसे ठंडा होने देंगे. फिर ये पंजीरी के लिए तैयार है. 

माखन मिश्री:-माखन मिश्री बनाना बहुत आसान है और ये श्री कृष्ण के  सबसे पसंददीदा भोग है.  इसे बनाने के लिए  हमें ताजा माखन लेना है और इससे अच्छे तरीके मिलाना है. एक तरफ हमे ताल  मिश्री को कूट कर रख  लेना है. उसके बाद हमे  दोनों  को मिलाकर रख देना है ये भोग के लिए बिल्कुल तैयार है. 

मालपूआ:-मालपूआ भोग लगाने के लिए एक  अच्छा चुनाव है. इसके लिए हमे मैदा लेना है,  सूखे हुए  मेवे लेने है. और एक तरफ चीनी की चाशनी तैयार रखनी है. मालपूआ बनाने  के लिए मैदा मे हमे दूध डाल कर  अच्छे से मिलाना है.  उस मिशन मे हम सूखे हुए मेवे को मिलाएंगे. उसके बाद हम घी मे इसे छान लेंगे. फिर इसे चीनी की तैयार चाशनी मे डुबो कर छोड़  देंगे. इससे  मालपूआ हमारे भोग के लिए तैयार हो जाएगा. 

मोहन भोग:-  मोहन भोग बनाने के लिए हम  गेंहू  के आटे की जरूरत  है , और जितने भी तरह  के मेवे होते है उन्हें अच्छे से महीन काट लेना है.  उसके बाद हमे  आटे को कढ़ाई में बिना घी के सुनहरे होने तक भून लेना है और फिर इसमे हमारे सारे कैट हुए मेवे को  मिलाना है . 


ऐसा माना जाता है, की अगर हम  कृष्ण जनमाष्टमी के दिन श्री कृष्ण को उनके पसंद का भोग लगते है तो भक्तों की हर मुराद पूरी होती है. और  उन्हे अपने जीवन में  कभी  भी कोई कष्ट का सामना नहीं करना पड़ता है.