देवघर : देवघर में 12 से 23 जनवरी को 20वें पुस्तक मेला का आयोजन किया जाना है. मेला के सभी कार्यक्रमों की रूपरेखा को तैयार कर आयोजन समिति की बैठक में इसे अंतिम रूप दे दिया गया. 20 वां पुस्तक मेला आजादी का अमृत महोत्सव को समर्पित है. इस वर्ष सभी कार्यक्रमों को आजादी का अमृत महोत्सव के थीम पर ही रखा जा रहा है. प्रतिदिन पुस्तक मेला पूर्वाह्न 11 बजे से रात्रि 8.30 बजे तक दर्शकों के लिए खुला रहेगा. इस बार पहले से ज्यादा लगभग 120 पुस्तकों का स्टॉल लगेगा जिसमें सरकारी प्रकाशनों एनबीटी, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी, राष्ट्रीय वैज्ञानिक और शब्दावली आयोग, नाटमो, संगीत अकादमी के साथ साहित्य के सभी नामचीन प्रकाशक राजकमल, वाणी, सेतु, प्रभात, नाइ किताब, सस्ता साहित्य मंडल, शैक्षणिक, उच्च शिक्षा और प्रतियोगिता से संबंधित मैक्ग्राहिल, क्रोनिकल, दिशा, कल्याणी, दृष्टि, जीके, एस चांद और कई बुक डिस्ट्रीब्यूटरों के स्टॉल लगेंगे. इस बार मेला के साथ हस्तशिल्प मेला भी लगाने की तैयारी की गई है. इस बार पुस्तक मेला में इन विभूतियों को मंच से सम्मान और अलंकृत किया जाएगा.

भाषा सेतु सम्मान :
डॉ. उषा उपाध्याय (गुजरात)
प्रो. डॉ. पद्मा पाटील (कोल्हापुर, महाराष्ट्र)
साहित्य सेवी सम्मान :
आभा कला चंदा, 1991 बैच की आईआरएस, संप्रति मुख्य आयकर आयुक्त, लखनऊ
प्रवासी हिन्दी सम्मान :
प्रो. संजीता वर्मा (काठमाण्डु, नेपाल)

पुस्तक मेला में 5 सत्रों में कार्यक्रम होंगे 

 प्रथम सत्र (प्रातः 9 से 10 बजे) : योग सत्र - तुम खिल जाओगे (योग और ध्यान)
13 जनवरी से 17 जनवरी 2023    आर्ट ऑफ लिविंग, देवघर    
18 जनवरी से 22 जनवरी 2023    ः    पतंजलि

द्वितीय सत्र (पूर्वा. 10.30 से अप. 1 बजे):    स्कूली प्रतियोगिता सत्र होगा
 पोस्टर मेकिंग - सतत विकास लक्ष्य, * एक्सटेम्पोर - भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के संघर्षों से संबंधित किसी ऐतिहासिक चरित्र का चित्रण 
 सस्वर काव्य पाठ - राष्ट्रीय कवियों द्वारा रचित देशभक्ति कविताएं
पेन्टिंग - आजादी के अमृत महोत्सव के थीम पर बुक/मैगेजीन कवर डिजाइन
अनुच्छेद लेखन एवं प्रस्तुतिकरण - अमृत काल के विजन
चित्रालेखन (फोटोग्राफी) - किसी एक विषय पर फोटोग्राफी के माध्यम से चित्रण
एकल शास्त्रीय नृत्य
 मोनोएक्ट के द्वारा कहानी संवाद - भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के परिपेक्ष्य में प्रमुख घटना या प्रसिद्ध वक्तृत्व  
‘भारत को जानो’ क्विज
 नुक्कड़ नाटक - सामाजिक जागरूकता और मुद्दों को परिलक्षित

तृतीय सत्र (अप. 1.30 से अप. 3.30 बजे):    ओपेन टू ऑल इवेंट
टेराकोटा ज्वैलरी डिजाइनिंग 
जनसंवाद (चाय पर चर्चा) - किसी सामयिक विषय पर 
अंताक्षरी
जेनरल क्विज 
स्वतंत्र नृत्य

कबाड़ से आकर्षक आर्ट
पेन्टिंग
म्युजिकल चेयर
रंगोली 
मेंहदी लगाओ

चतुर्थ सत्र (संध्या 4 से 6 बजे): परिचर्चा सत्र
13 जनवरी -    आजादी का अमृत महोत्सव
14 जनवरी     इंटरनेट की दुनिया में किताबों का महत्व 
15 जनवरी :     कैरियर कौन्सलिंग
16 जनवरी : भारत में डिजिटल शासन 
17 जनवरी :     प्रौद्योगिकी सक्षम शिक्षण अंतराफलक 
18 जनवरी :     स्वदेशी संस्कृति और विरासत का सुदृढ़ीकरण 
19 जनवरी : संताली साहित्य संगम
20 जनवरी :     राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (सौजन्य: शिक्षक कल्याण फाउंडेशन)
21 जनवरी : उद्यमिता, कौशल एवं स्टार्टअप्स विकास  (सौजन्य: संप चैम्बर)
22 जनवरी :     झारखण्ड साहित्य संगम

पंचम सत्र (संध्या 7 से रात्रि 9 बजे): संस्कृति उत्सव 
स्कूली बच्चों का कार्यक्रम, स्थानीय एकेदमी, कला उत्सव के प्रतिभागियों का कार्यक्रम, गजल संध्या, सलाम भारत (सहित्य), परिधान उत्सव लोकनृत्य के साथ, नग्मे (स्थानीय एवं विशिष्ट कलाकारों द्वारा), आजादी के अमृत महोत्सव के थीम पर नाटक औरनृत्यनाटिका और कवि सम्मेलन. बैठक की अध्यक्षता प्रो. रामनंदन सिंह ने किया और मेला संयोजक डॉ. सुभाष चन्द्र राय और सेवानिवृत्त केन्द्रीय विद्यालय के अपर आयुक्त उदय नारायण खवाड़े सहित लगभग 50 प्रबुद्धजनों की उपस्थिति थी. इस दौरान पुस्तक मेला के 20 वर्षों का सफर नाम से एक स्मारिका और अंतरराष्ट्रीय जर्नल प्रकाशित किए जाने का भी निर्णय हुआ. यह जानकारी मेला प्रभारी आलोक मल्लिक ने दी.

रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा