दुमका(DUMKA): जिले में रेजांगला शौर्य दिवस के अवसर पर 'अहीर रेजिमेंट हक है हमारा' के नारे को बुलंद करने युवा यदुवंशी साम्राज्य के सदस्यों ने शहर के यज्ञ मैदान में उपस्थित होकर आंदोलन का शंखनाद किया.

राष्ट्रपति के नाम प्रेषित ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा

वहीं, संगठन के जिला अध्यक्ष कंचन यादव के नेतृत्व में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने और अहीर रेजिमेंट गठन की मांग को लेकर समाज के लोग यज्ञ मैदान से समाहरणालय तक प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते नजर आए. वहीं, राष्ट्रपति के नाम प्रेषित ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया. इसकी प्रतिलिपि झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी भेजा गया है. तत्पश्चात रेजांगला में शहीद हुए 114 सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक दीया शहीदों के नाम डीसी चौक पर बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष जलाया गया.

अहीर समाज के 114 जवानों ने दिया था शहादत

वहीं, संरक्षक अमरेंद्र कुमार यादव ने आंदोलन को संबोधित करते हुए कहा कि अहीर रेजिमेंट का गठन समाज की मुख्य मांग है. इसके लिए आज आंदोलन की शुरुआत किया गया है. 18 नवंबर 1962 को लद्दाख की दुर्गम बर्फीली चोटी पर 114 जवानों का शहादत हुआ जो अहीर समाज के लोग थे.

झारखंड राज्य में भी हो जातिगत जनगणना

वहीं, वरिष्ठ समाजसेवी दिवाकर महतो ने कहा कि बिहार सरकार के तर्ज पर झारखंड राज्य में भी जातिगत जनगणना कराने की मांग हम लोगों ने किया है. वरिष्ठ शिक्षाविद शिवनारायण दर्वे ने कहा कि न्यायपालिका में कॉलेजियम सिस्टम को समाप्त कर प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों का चयन किया जाना चाहिए.

आंदोलन को और धारदार बनाया जाएगा

जिला अध्यक्ष कंचन यादव ने कहा कि जब तक अहीर रेजिमेंट का गठन नहीं हो जाता है, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक कर हमारा आंदोलन जारी रहेगा. महासचिव अदिति नंदन ने कहा कि इस आंदोलन में युवाओं ने काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. आगे भी सभी युवाओं को एकजुट कर आंदोलन को और धारदार बनाया जाएगा. उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समाज के सभी प्रबुद्धजनों और युवाओं का आभार प्रकट किया है. आंदोलन के समर्थन में उतरे राजद के प्रदेश सचिव जितेश कुमार दास ने कहा कि यदुवंशी समाज की मांग बिल्कुल जायज और न्याय संगत है इस आंदोलन को सभी को समर्थन करना चाहिए.

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम में समाजसेवी बिहारी यादव, कोषाध्यक्ष पंकज यादव, निखिल यदुवंशी, लक्ष्मी नारायण राउत, छतीस महतो, ललित यादव, बृजेश दर्वे, केदार यादव, रुपेश यादव, उज्जवल,  गौरी शंकर यादव, आलोक यादव, पीयूष यादव, लाल बहादुर यादव, रितिक यादव, भावेश यादव, राकेश यादव, चंदन यादव, आनंद कुमार, मुकेश यादव, अंकित यदुवंशी, सौरव यादव, मुन्ना यादव, सचिन यादव, कुणाल यादव, आशीष यादव, मंटू यादव, गौतम यादव, ललित यादव, विवेक यादव, राहुल यादव, दीपक यादव, लालू यादव, रजनीश यादव, प्रिंस राज, रितेश यादव, शंकर यादव, राजेश यादव सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.

रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका