चाईबासा (CHAIBASA): हर मां-बाप की चाहत रहती है कि उनकी संतान बुरी संगत में न पड़े. इसके लिए वो बच्चों को समझाते-बुझाते हैं, डांट-फटकार लगाते हैं, जब इसपर भी बात न बने तो अपने स्तर से सजा देने की कोशिश करते हैं. लेकिन एक घटना ऐसी सामने आई है, जिसमें बेटे को सजा देना पिता समेत घर-परिवार के लिए महंगा पड़ा. घटना झारखंड सीमा पर स्थित ओडिशा के क्योंझर जिला के घटगांव की है.
क्या है पूरी कहानी
घटगांव मां तारिणी की स्थली के रूप में जाना जाता है. इसी थाना में राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 220 के किनारे सानोमिसिला ग्राम में चौक पर 70 वर्षीय पंड़ुआ नायक की चाय-नाश्ते की एक दुकान है. उनका दूसरा बेटा 40 वर्षीय सुमंत नायक शराब का आदी है. उसे कई बार समझाया-बुझाया, लेकिन वो आदत छोड़ने को तैयार नहीं था. बताया जाता है कि सोमवार को वह नशा कर घर पहुंचा. पत्नी और परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ झगड़ा किया. जब दुकान पर पहुंचा तो पिता के साथ भी झगड़ा करने लगा. गुस्सा में आकर पंड़ुआ ने उसको पहले पीटा और उसके बाद हाथ-पैर रस्सी से बांध दिया. और उसे सजा देने के लिए दोपहर में करीब 2 बजे, चिलचिलाती धूप में छोड़ दिया. भीषण गर्मी और प्यास से सुमंत कुछ ही देर बाद तड़पने लगा. एक घंटा से अधिक समय तक खड़े रहने के कारण सुमंत अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ा. और उसकी मौत हो गई.
पिता को पुलिस ने लिया हिरासत में
इस घटना की सूचना घटगांव पुलिस को दी गयी. घटगांव थाना के थाना प्रभारी एसआई तपन कुमार जेना ने घटनास्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. और पिता पंडुआ नायक को हिरासत में लिया. पुलिस के समक्ष पंडुआ ने घटना को स्वीकार किया. इसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें कि घटगांव थाना प्रभारी ने बताया है, कि मामले की जांच की जा रही है. और पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है. रिपोर्ट मिलने पर ही यह स्पष्ट हो पायेगा, कि मौत की वजह क्या रही.
रिपोर्ट- संतोष वर्मा, चाईबासा
चतरा में फिर गोलीबारी, अलग-अलग क्षेत्रों में दो लोगों की गोली मार कर ह'त्या
Recent Comments