टीएनपी डेस्क(TNP DESK): राजनीतिक गलियारों में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. देश के नए राष्ट्रपति के लिए प्रक्रिया चल रही है. 18 जुलाई को वोटिंग होगी.  समय बीतता जा रहा है. अभी तक ना तो एनडीए और ना ही यूपीए की ओर से प्रत्याशी के नाम की घोषणा हुई है. इसी बीच राष्ट्रपति के नामों में झारखंड की राज्यपाल रही द्रौपदी मुर्मू के नाम की चर्चा हो रही है. ऐसा इसलिए क्यूंकि वे आदिवासी समुदाय से आती हैं. भाजपा चाहती है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में आदिवासी वोटों के ध्रुवीकरण में इसका फाइदा उठाया जा सके. इसके साथ ही एक दो और आदिवासी नामों की चर्चा हो रहा है. इसमें तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन का नाम भी शामिल है. वहीं कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के नाम की काफी चर्चा है. गहलोत मध्य प्रदेश के दलित समुदाय से आते हैं. भारतीय जनता पार्टी आज मंगलवार को अपनी संसदीय दल की बैठक करेगी. इसमें संभावना है कि राष्ट्रपति पद के लिए नामों पर राय-मशविरा किया जाएगा.

पीएम मोदी वर्चुअल रूप से होंगे शामिल 

बताया जा रहा कि बैठक आज बीजेपी के केंद्रीय कार्यालय में होगी.  जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लेंगे. राष्ट्रपति उम्मीदवार पर मंथन के लिए भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में सभी बड़े नेता हिस्सा लेंगे. बैठक के बाद NDA के उम्मीदवार का ऐलान हो सकता है. वहीं विपक्षी दलों ने भी मंगलवार को ही उम्मीदवार का नाम फाइनल करने के लिए बैठक बुलाई है. 

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एनडीए में किन नामों की हो रही चर्चा:

कयास लगाया जा रहा है कि भाजपा किसी आदिवासी चेहरे को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकती है. इसमें छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्म के नाम की सबसे ज्यादा चर्चा में है. वहीं कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के नाम की भी काफी चर्चा है. गहलोत मध्य प्रदेश के दलित समुदाय से आते हैं. तेलांगन की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन भी चर्चा में हैं. इसके अलावा केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के नाम भी शामिल हैं.

चुनाव को लेकर क्या चल रही तैयारियां

चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा ने मैनेजमेंट टीम बनाई है. इसके समन्वयक गजेंद्र सिंह शेखावत हैं. विनोद तावड़े और सीटी रवि सह संयोजक बनाए गए हैं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को जिम्मेदारी सौंपी है कि वह विपक्ष और एनडीए में शामिल पार्टियों से बातचीत कर समर्थन हासिल करें. इसके लिए राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी, शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत विपक्ष और एनडीए की सहयोगी पार्टी के कई बड़े नेताओं से संपर्क किया.