टीएनपी डेस्क(TNP DESK): महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिवसेना के सीनियर नेता संजय राउत को ईडी द्वारा समन जारी करने पर केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया है. सोमवार को वर्दमान में पार्टी की सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी  ने कहा,” जो भी उनके (बीजेपी) के खिलाफ बोलता है. उसके पीछे सीबीआई और ईडी लगा दिया जाता है. आज महाराष्ट्र शिव सेना  के एक नेता को समन दिया गया है. इस तरह क्या गणतंत्र चलता है? इस तरह जीवन चलता है? क्यों भय दिखाया जाता है? पहले ही कई लाख लोग देश छोड़ कर चले गए हैं. कितने व्यवसायी देश छोड़ कर चले गए हैं. इतने भय में लोग क्यों रहेंगे? बता दें कि संजय राउत को 28 जून को मुंबई स्थित ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. राउत को पतरा चौल जमीन घोटाले के केस में समन भेजा गया है.

बता दें कि सीएम ममता बनर्जी लगातार केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रही हैं. इसके पहले भी कोयला तस्करी मामले में सांसद अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी की बहू रुजिरा बनर्जी से पूछताछ के बाद ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला था और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था.

यह भी पढ़ें 

ED का समन : पतरा चाल भूमि घोटाले में शिवसेना सांसद संजय राउत से 28 को होगी पूछताछ

मनरेगा का पैसा नहीं देने पर जाएंगी दिल्ली, कहा-योजना में बांग्ला का नाम रहेगा

ममता बनर्जी ने कहा, ” बीजेपी ने 100 दिनों के काम मनरेगा का पैसा छह माह से बंद कर दिया है. यहां से केंद्र सरकार पैसा ले जाती है और उसका एक हिस्सा राज्य को देती है, लेकिन छह माह से बीजेपी सरकार ने 100 दिनों के काम मनरेगा का पैसा नहीं दिया है.” उन्होंने कहा कि 100 दिनों के काम का पैसा दे या फिर विदा ले. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बांग्ला आवास और बांग्ला सड़क योजना की भी राशि अटका रही है. गुजरात और उत्तर प्रदेश या राजस्थान नाम पर योजना है, तो बांग्ला नाम रहने पर क्या आपत्ति है? चुनाव के समय बंगाल में आने पर दंगा कराते हैं. लोगों के बीच झगड़ा लगाते हैं और अब बांग्ला नाम क्यों आपत्ति है. उन्होंने कहा कि वह बांग्ला की बात बोलेंगी और देश की बात भी बोलेंगी और बांग्ला आवास योजना भी रहेगा. उन्होंने कहा कि टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की थी. यदि फिर से पैसा नहीं मिलता है, तो वह दिल्ली जाएंगी.

अग्निवीर की नौकरी की मियाद चार साल नहीं, 65 साल हो- बोलीं ममता बनर्जी

अग्निपथ योजना के माध्यम से सेना में नौकरी देने के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले लॉलीपॉप दिया जा रहा है. केवल चार साल के लिए नौकरी क्यों होगी? चार साल की ट्रेनिंग के बाद नौकरी की मियाद इतनी कम क्यों होगी? क्या यह लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किया गया है? उन्होंने कहा कि नौकरी की मियाद 60 साल या फिर 65 साल होनी चाहिए, क्योंकि बंगाल में अब शिक्षक और डॉक्टरों की सेवा की मियाद 65 साल तक है. उन्होंने कहा कि केवल एक हजार से क्या होगा? यह दूरबीन से भी नहीं दिखाई देगी. राज्य की जनसंख्या 11 करोड़ है और लोगों को नौकरी दी जानी चाहिए.