टीएनपी डेस्क(TNP DESK): पाकिस्तान नौसेना का जासूसी जहाज पीएनएस तैमूर श्रीलंका के बंदरगाह पहुंच गया है. इसके साथ ही चीन का भी जासूसी जहाज श्रीलंका पहुंचने वाला है. इसने भारत को सुरक्षा के लिहाज से चिंतित कर दिया है. चिंता उठी तो श्रीलंका से जवाब मांगा गया. अब इस मामले पर श्रीलंका ने सफाई दी है. श्रीलंकाई नेवी की ओर से बताया गया कि पाकिस्तानी नौसेना का जहाज तैमूर वर्तमान में औपचारिक यात्रा पर श्रीलंका में है. ये जहाज कोलंबो के समुद्र में एसएलएनएस सिंदुरला के साथ एक पैसेज अभ्यास का आयोजन करेगा. श्रीलंकाई नेवी ने बताया कि पाकिस्तानी जहाज 15 अगस्त को वहां से रवाना हो जाएगी. इन प्रयासों का उद्देश्य अंतर-संचालन, साझेदारी और सद्भावना को बढ़ाना है. बता दें कि पाक्सितानी जहाज 14 अगस्त को ही श्रीलंका पहुंच चुका है.  

चीनी जासूसी जहाज भी 16 अगस्त को श्रीलंका जा रहा

इसके अलावा श्रीलंका ने चीनी बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह ट्रैकिंग पोत युआन वांग 5 को 16 से 22 अगस्त तक हंबनटोटा बंदरगाह पर डॉक करने की अनुमति दी है. इससे भी भारत को परेशानी है. क्योंकि सीमा पर काफी लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है. ऐसे में चिंता होना जाहिर भी होता है. चीन के इस जहाज को एक जासूसी जहाज माना जाता है. युआन वांग -5 जहाज समुद्र के तल का नक्शा बना सकता है. चीनी जहाज युआन वांग -5 पहले 11 अगस्त को आने वाला था, लेकिन अब ये 16 अगस्त को आएगा. भारत ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए श्रीलंका से इस जहाज के आने को लेकर चिंता जताई थी. इसी वजह से श्रीलंका ने चीन के इस जहाज को अपने यहां उतरने की अनुमति देने में देरी की.