टीएनपी डेस्क(TNP DESK): - जहां दुनिया के कई देश जनसंख्या विस्फोट की समस्या झेल रहे हैं, वहीं रूस अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने वाली मां को सम्मानित करने का निर्णय लिया है. रूस की पुतिन सरकार ने तय किया है कि जिस महिला को 10 या उससे अधिक बच्चे हैं उन्हें सम्मानित किया जाएगा और आर्थिक मदद भी दी जाएगी.1944 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ में स्टालिन सरकार ने इस तरह का प्रावधान किया था. उस समय द्वितीय विश्व युद्ध के कारण सोवियत संघ की जनसंख्या काफी प्रभावित हुई थी. युद्ध में बहुत सारे नागरिक मारे गए थे तभी ऐसा प्रावधान किया गया था. वर्तमान समय में रूस की आबादी लगभग 15 करोड़ है.राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का मानना है कि देश में जनसंख्या बढ़ाने की जरूरत है.यूक्रेन के साथ 6 माह से चल रहे युद्ध के बीच पुतिन सरकार का यह निर्णय विश्व बिरादरी में चर्चा का विषय बना हुआ है.रूसी मीडिया के अनुसार वैसी महिला जिनके 10 या उससे अधिक बच्चे हैं उन्हें 16000 डॉलर की आर्थिक सहायता दी जाएगी.

मदर हीरोइन का मिलेगा अवार्ड 

पुतिन सरकार ने जो प्रावधान किया है उसके तहत वैसी मां जिनके 10 या उससे अधिक बच्चे हैं उन्हें मदर हीरोइन का अवार्ड भी दिया जाएगा. गुरुस इन दिनों जनसंख्या संबंधी समस्याओं से जूझ रहा है यूक्रेन के साथ युद्ध में उसके बहुत सारे नागरिक हताहत हुए हैं.2020 में कोरोना महामारी की वजह से भी बहुत सारे लोग काल के गाल में समा गए. इसलिए सरकार यह चिंता कर रही है कि उसके देश की जनसंख्या तेजी से बढ़े ताकि एक संतुलन बनाया जा सके.

1944 में तत्कालीन सोवियत संघ के नेता स्टालिन ने जनसंख्या वृद्धि के लिए मदन हीरोइन नामक सम्मान की शुरुआत की थी. द्वितीय विश्व युद्ध में सोवियत संघ के लाखों लोग हताहत हुए थे. 1991 में यह प्रावधान खत्म कर दिया गया था. एक बार फिर रूस को यह जरूरत पड़ी है कि उसके देश की जनसंख्या बढ़ने चाहिए. इसलिए इसे फिर से लागू किया गया है.