धनबाद (DHANBAD) : धनबाद कोयलांचल  बारिश के मौसम में डर जाता है. मंगलवार को धनबाद सहित झारखंड के कई जिलों में मानसून की एंट्री हो गई है. इस एंट्री की वजह से कोयलांचल फिर एक बार डरा और सहमा हुआ है. जगह-जगह भू-धंसान  की घटनाएं शुरू हो गई है. गैस रिसाव हो रहा है. धनबाद में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है. मानसून की एंट्री हो गई है. मानसून की एंट्री से लोगों को भीषण गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन मंगलवार से शुरू हुई बारिश लगातार जारी है. मानसून विभाग ने इसे पहली बारिश घोषित की है. 

वैसे, तो झारखंड के पांच जिलों को छोड़कर पूरे राज्य में मानसून की बारिश शुरू हो गई है. लेकिन इसके साथ ही कोयलांचल के भूमिगत आग प्रभावित क्षेत्र के लिए परेशानी लेकर भी यह बारिश आई है. बारिश के साथ ही भूमिगत आग प्रभावित क्षेत्रों में गैस रिसाव शुरू हो गया है. झरिया सहित अन्य कोयला क्षेत्र में चारों ओर  भूमिगत आग फैली हुई है. कई फायर प्रोजेक्ट भी चल रहे है. लोग सुरक्षित स्थान पर विस्थापन की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कई बस्तियों का विस्थापन नहीं हो पाया है. यहां अभी भी हजारों लोग जान जोखिम  में डालकर रह रहे है. 

झरिया के इंदिरा चौक, लिलोरी पथरा , बालू गद्दा, कुजामा, घनुडीह, चौथाई कुल्ही, बेरा, दोबारी सहित अन्य क्षेत्रों में गैस रिसाव होना शुरू हो गया है. बीते कई सालों से लोग पुनर्वास की मांग कर रहे है. सूचना के मुताबिक जयरामपुर-भागा सड़क पर कोक प्लांट के पास मंगलवार को गोफ बन गया. गोफ बन जाने से गैस रिसाव शुरू हो गया है. वैसे तो मंगलवार से झारखंड में मानसून ने दस्तक दे दिया है. राज्य के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. बुधवार और गुरुवार को कई इलाकों में अत्यधिक बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है. कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है. 

पिछले 24 घंटे में धनबाद में लगभग 120 मिली मीटर वर्षा हुई है. दरअसल, धनबाद कोयलांचल के कई इलाके हैं, जो भूमिगत आग से प्रभावित है. इन जगहों पर जब पानी का प्रवेश होता है, तो तेजी से गैस रिसाव  होता है. खतरनाक इलाके में लोग रहते है. यह अलग बात है कि लोग सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास की लगातार मांग करते रहे हैं, लेकिन उनका पुनर्वास नहीं होता है. यह बरसात जिस ढंग से शुरू हुई है, उससे कोयलांचल के खतरनाक इलाकों में रहने वाले लोग एक बार फिर डर गए है.

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो