गोड्डा (GODDA) - बुधवार की देर शाम गोड्डा मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर जमुआ गांव में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा एक युवक और युवती को अवैध सम्बन्ध के शक में बिजली के खम्भे से बांधकर घंटों रखा गया. पुलिस को मिली सूचना पर दोनों को मुक्त कराकर नगर थाना लाया गया.

क्या है मामला..?

दरअसल जमुआ गांव में बिजली के खम्भे से बंधे ये दोनों युवक और युवती हिमाचल प्रदेश में साथ कमाने गए थे. कुछ दिनों पहले ही दोनों गोड्डा लौटे थे. बता दें कि युवती पहले से ही शादीशुदा है. उसका पति भी हिमाचल में काम करता है.  गोड्डा आने के बाद युवती अपने मायके मंडरो चली गयी थी. चार दिन पहले युवती मायके मंडरो से ससुराल जमुआ गांव आई थी. युवती की एक तीन साल की बच्ची भी है. 

क्या था घटनाक्रम, क्यों ससुराल वालों के साथ ग्रामीणों ने खम्भे से बांधा

नगर थाना की पुलिस सूचना पाकर दोनों को थाने लायी. जहां युवती ने बताया कि उसने युवक से हैडफ़ोन मांगा था जो उसे वो देने आया था. मगर तभी बारिश शुरू हो गयी और युवक कुछ देर उसके घर में ही रुक गया. तभी उसके भैंसुर, ससुर द्वारा युवक को देखा गया और फिर दोनों को यह कहकर खम्भे से बांध दिया गया कि दोनों के बीच अवैध सम्बन्ध है. यहां तक कि ग्रामीणों द्वारा भी युवक के साथ मारपीट की गई .

अवैध सम्बन्ध की पुष्टि नहीं

मामले के संबंध में नगर थाना प्रभारी मुकेश पाण्डेय ने कहा कि युवक-युवती से बात करने पर कहीं से ऐसा नहीं लगता कि दोनों कहीं से गलत हैं या गलत सम्बन्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक ग्रामीणों या परिजनों की तरफ से कोई लिखित शिकायत भी नहीं मिली है.

बन्धक बनाकर क्या सही किया ग्रामीणों और परिजनों ने ?

अब सवाल ये उठता है कि ग्रामीणों या फिर परिजनों को इस तरह से इन्साफ करने का अधिकार किसने दिया. जबकि लड़की के बयान से ये स्पष्ट है कि महज दस से पंद्रह मिनट ही युवक उसके पास रुका था, वो भी बारिश होने की वजह से, जबकि कमरा या घर का दरवाजा खुला हुआ ही था. बहरहाल इस घटनक्रम के बाद युवती की जो सामाजिक बदनामी लोगों द्वारा की गयी, उसके बाद क्या युवती का सम्मान लौट पाएगा? कानून की नजर में क्या ऐसे लोग दोषी माने जायेंगे, अगर हां तो क्या उन्हें भी दण्डित किया जायेगा .

रिपोर्ट : अजित कुमार सिंह, गोड्डा