दुमका (DUMKA):  वैसे तो संताल परगना प्रमंडल को झामुमो का गढ़ माना जाता है इसके बाबजूद प्रत्येक विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को कुछ सीटों पर सफलता मिल ही जाती है. वर्ष 2024 के चुनाव परिणाम को देखें तो प्रमंडल के 18 सीट में से महगामा, पोड़ैयाहाट, पाकुड़ और जामताड़ा सीट पर कांग्रेस को सफलता मिली जबकि जरमुंडी सीट कांग्रेस के हाथ से फिसल गया. प्रमंडल में कांग्रेस संगठन कैसे मजबूत हो इसको लेकर इन दिनों संगठन सृजन कार्यक्रम चलाया जा रहा है. 26 जून को देवघर से शुरू हुआ कार्यक्रम 30 जून को साहिबगंज में समाप्त होगा. कार्यक्रम के बहाने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी के. राजू सहित पार्टी का कुनबा इन दिनों संताल परगना प्रमंडल के दौरे पर है.

ग्राम पंचायत और शहरी क्षेत्र में वार्ड स्तर पर कांग्रेस कमेटी का होगा गठन : के. राजू

इसी कड़ी में शुक्रवार को दुमका में संगठन सृजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शिव पहाड़ चौक स्थित विजय श्री कॉम्प्लेक्स में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी के राजू, प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, मंत्री दीपिका पांडे सिंह, प्रदीप यादव सहित काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान दुमका जिला में संगठन को कैसे मजबूत बनाया जाए इस बाबत प्रदेश प्रभारी ने कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिया. कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेश प्रभारी के राजू ने कहा कि संगठन सृजन कार्यक्रम का अंतिम चरण पंचायत और शहरी क्षेत्र में वार्ड स्तर पर कमेटी बनाना है. आने वाले समय में दुमका के हरेक पंचायत और शहरी क्षेत्र में प्रत्येक वार्ड में कांग्रेस की कमेटी होगी. उन्होंने कहा की कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर काम करेंगे, इससे एक तरफ जहां आम लोगों का भरोसा कांग्रेस पर बढ़ेगा वही इससे गठबंधन सरकार को भी बल मिलेगा.

पूरक है सरकार के और यह दायित्व बनता है कि अपनी ताकत को हर स्तर पर बढ़ाएं : मंत्री दीपिका पांडे सिंह

अपने संबोधन में मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि हमलोग सरकार के पूरक है. हमारा यह दायित्व बनता है कि अपनी ताकत को हर स्तर पर बढ़ाएं. गत विधान सभा चुनाव गठबंधन के तहत लड़ा गया. भविष्य में भी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने पर प्रत्यासी को मजबूती मिले इसके लिए संगठन को और मजबूत बनाना है. जिसको लेकर संगठन सृजन कार्यक्रम चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दुमका झारखंड की उपराजधानी है. संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे है. आने वाले समय में यहां एक और कार्यक्रम आयोजित होगा.

हूल दिवस को लेकर संताल परगना प्रमंडल में राजनीतिक सरगर्मी हुई तेज

देखा जाए तो 30 जून को हूल दिवस है. हूल दिवस को लेकर तमाम राजनीतिक दलों की सक्रियता इन दिनों संताल परगना प्रमंडल में बढ़ी हुई है. सबका मकशद बस एक ही है कि संताल आदिवासी समुदाय के बीच अपनी पकड़ को मजबूत बनाना है.

रिपोर्ट: पंचम झा