सरायकेला(SARAIKELA)-जिला के आत्मा भवन परिसर में भूमि संरक्षण विभाग द्वारा कृषि यांत्रिकरण प्रोत्साहन योजना अंतर्गत ट्रैक्टर, पावर टिलर और उसके सहयोगी कृषि यंत्रों के वितरण समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित मंत्री चंपई सोरेन ने कहा किअब जिले की खेती मानसूनी बारिश पर ही निर्भर नहीं रहेगी बल्कि जिले के प्राकृतिक स्रोत नदी नाले के पानी को लिफ्ट इरिगेशन के जरिए खेतों तक पहुंचा कर जिले की भूमि को सिंचित किया जाएगा. जिससे गांव में खुशहाली के साथ किसान भी समृद्ध हो सकेंगे. इस कार्यक्रम में मंत्री चंपई सोरेन के साथ खरसावां विधायक दशरथ गगराई, ईचागढ़ विधायक सविता महतो, डीसी अरवा राजकमल समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहें.

16 महिला समूहों के बीच करीब 92 लाख रुपए के कृषि यंत्रों का वितरण

इस वितरण समारोह में कुल 16 महिला समूहों के बीच 91 लाख 90 हजार 829 रुपए के मिनी ट्रैक्टर और पावर टिलर योजना के तहत वितरण किया गया. साथ ही मौके पर मिनी ट्रैक्टर योजना के तहत कुल 12 समूहों के बीच मिनी ट्रैक्टर, रोटोवेयर, कल्टीवेटर, केज व्हील का वितरण किया गया. जबकि पावर टिलर योजना के तहत पावर टिलर, एचडीपीई पाइप, अल्ट्रा वेटर, मिनी राइस मिल और सेंट्रीफ्यूगल पंप का वितरण किया गया.

मानसून की बारिश पर निर्भर सूबे के खेतों को सालों भर सिंचित कर किसानों को समृद्ध बनाने का संकल्प

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के चतुर्दिक विकास को लेकर प्रयासरत हैं. वहीं कोरोना काल के दौरान सूबे का विकास कार्य प्रभावित हुआ है. लेकिन कोरोना थमने के बाद पिछले कुछ महीनों से इस दिशा में तेजी से काम शुरू हुआ है और प्रदेश के आदिवासी मूलवासी और किसानों के हितों के साथ उनके विकास को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसी दिशा में सरकार द्वारा प्राइवेट सेक्टर के 40 हजार तक के नौकरियों में आदिवासी मूलवासी को 75% आरक्षण देने का मुख्यमंत्री ने फैसला लिया है. वहीं किसानों की समृद्धि को लेकर जल्द महत्वकांक्षी योजना जमीन पर उतरने वाली है. जिसके तहत मानसूनी बारिश से निर्भर प्रदेश की खेती को प्राकृतिक जल स्रोतों से लिफ्ट इरिगेशन के जरिए खेतों तक पानी पहुंचा कर किसानों के समृद्धि का प्रयास किया जाएगा. मौके पर मंत्री चंपई सोरेन ने बताया कि जिले के सीतारामपुर डैम के आसपास के सैकड़ों गांव को लिफ्ट इरिगेशन के जरिए पानी पहुंचाने का काम किया जाएगा. वही राजनगर प्रखंड के असुरा और सूरसी नाला से लिफ्ट इरिगेशन से जोड़कर दर्जनों गांव को पानी पहुंचाने का काम किया जाएगा. इसके साथ ही सरायकेला प्रखंड के पठानमारा, मुरकुम समेत दर्जनों गांव को खरकई नदी से लिफ्ट इरिगेशन लगाकर पानी पहुंचाया जाएगा. इन योजनाओं के जरिए जिले की खेती को सालों भर पानी मिल पाएगा. जिससे फसल की पैदावार बेहतर होगी और किसानों की समृद्धि होगी.

रिपोर्ट:विकास कुमार,सरायकेला