सरायकेला(SARAIKELA)-झारखंड सरकार द्वारा द्वितीय भाषा के रूप में चिन्हित उड़िया भाषा की उपेक्षा करने तथा मगही और भोजपुरी को मान्यता नहीं देने का मुद्दा अब गरमाने लगा है. इस मामले में उड़िया समाज के लोगों द्वारा 28 सितंबर को होने वाले धरना और विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद भाजपा भी अब आंदोलन में कूद पड़ी है. इस मामले में भाजपा एससी एसटी मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से झारखंड सरकार की खूब आलोचना की. उन्होंने कहा कि कोल्हान क्षेत्र में उड़िया भाषा भाषी की बहुलता है. इसके मद्देनजर पूर्व में ही उड़िया भाषा को द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ है. बावजूद इसके उड़िया भाषा के संरक्षण तथा पठन-पाठन को सुनिश्चित करने हेतु सरकार द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. यह काफी दुखद है. उन्होंने आगामी 28 सितंबर को समाज के लोगों द्वारा किए जाने वाले विरोध प्रदर्शन का समर्थन देते हुए कहा कि उड़िया भाषा भाषियों के संरक्षण व पठन-पाठन सुनिश्चित करने के लिए झारखंड सरकार को सही पहल करनी चाहिए. वहीं उन्होंने मगही तथा भोजपुरी को प्रदेश में मान्यता देने की मांग की.

  भाजपा नेता की गोली मारकर हुई हत्या की निंदा

 रांची के ओरमांझी में भाजपा के एससी एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष जीतराम मुंडा की गोली मारकर हत्या मामले में भाजपा एससी एसटी मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष गणेश मोहाली ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है और यहां अपराधी बेलगाम है. यही कारण है कि आए दिन प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में घटनाएं घट रही है. बावजूद इसके प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है. उन्होंने  भाजपा एससी एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष की हुई हत्या मामले में शोक जताते हुए तक यह काफी दुखद है कि अब तक पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है. यह कहीं ना कहीं प्रशासन की विफलता को दर्शाता है.

रिपोर्ट:विकास कुमार,सरायकेला