रांची (RANCHI )राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना अनुसूचित जनजाति के छह छात्रों के लिए अपना भविष्य गढ़ने के लिए सभी इंग्लैंड और आयरलैंड की यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा ग्रहण करेंगे.झारखण्ड  मंत्रालय में इन छात्रों और उनके माता-पिता के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री  हेमन्त सोरेन और मंत्री  चम्पई सोरेन ने इन स्कॉलरशिप पाने वाले छात्रों को सम्मानित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा आज झारखण्ड के 6 आदिवासी बच्चे उच्च शिक्षा के लिए यूनाइटेड किंगडम जा रहे हैं. सरकार का लक्ष्य 10 बच्चों के चयन का था, लेकिन अब आनेवाले दिनों में 10 से अधिक बच्चों का चयन कर उन्हें विदेश में उच्च शिक्षा देने का अवसर दिया जाएगा. 

बजट का समायोजन करें 

मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश में उच्च शिक्षा हेतु 10 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है. बजट में बचने वाली राशि का समायोजन अगले वित्तीय वर्ष में विभाग करें ताकि अधिक से अधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर विदेश में मिल सके. राज्य सरकार ने अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति के उद्यमियों को उद्योग स्थापना में भी सहयोग दे रही है. झारखण्ड औधोगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 में इन वर्गों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है. केंद्र सरकार से भी इन वर्गों को टैक्स में राहत देने का आग्रह सरकार द्वारा किया गया है.आदिवासी वर्ग शैक्षिक रूप से पीछे रहें हैं. राज्य सरकार इस पर लगातार मंथन कर रही है कि कैसे वंचित, कमजोर, दलित, पिछड़ा वर्ग की बेहतरी के लिए कार्य किया जाए.सरकार इन वर्गों के लिए सदैव खड़ी है. 

अपने आंतरिक संसाधनों का करेंगे उपयोग 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के आंतरिक संसाधनों का उपयोग कर आगे बढ़ेगी.झारखण्ड को अपने पैरों पर खड़ा होना आवश्यक है.ताकि नई पीढ़ी नये नजरों से झारखण्ड को देख सके.राज्यवासी और उनकी भावनाओं के साथ झारखण्ड आगे बढ़ेगा.  

अन्य वर्गों को भी मिलेगा अवसर 

मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल यह योजना आदिवासी समुदाय के छात्रों को उच्च शिक्षा का अवसर दे रही है.आनेवाले समय में अन्य वर्गों के बच्चों को भी अवसर देने पर सरकार विचार करेगी.सरकार ने राज्य में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों को भी आर्थिक सहायता पहुंचा रही है. ताकि उनके आगे की पढ़ाई में किसी तरह की बाधा ना आये.

 बोरा पर  बैठकर प्राइमरी स्कूल की शिक्षा ली है. 

मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि आज का दिन इतिहास के पन्नों में लिखा जायेगा. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना से अनुसूचित जनजाति के छात्र लाभान्वित हो रहे हैं. यह सराहनीय कदम है.मुझे गौरव की अनुभूति हो रही है. एक समय था जब मैं बोरा में बैठकर प्राइमरी स्कूल की शिक्षा ली है. यह सुखद क्षण है कि मेरे हस्ताक्षर से राज्य के बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण करने जा रहे हैं.


रिपोर्ट : रंजना कुमारी (रांची ब्यूरो )