धनबाद (DHANBAD) : झरिया कोई "खजाना" नहीं मांग रही, वह तो जीने का अधिकार मांग रही है. सांस लेने का अधिकार मांग रही है, प्रदूषण से मुक्ति मांग रही है. पूछ रही है कि "आंचल में दूध और आंखों में पानी लेकर" झरिया कब तक जीवित रहेगी? कब तक झरिया की बदौलत राजनीति करने वाले लोग झरिया से मुंह मोड़ते रहेंगे? झरिया जब नहीं रहेगी तो बहुतो की राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी जमींदोज  हो जाएगी. झरिया में प्रदूषण को लेकर स्वयंसेवी संस्थाएं सक्रिय हैं, उन्हें किसी का साथ नहीं मिल रहा है. झरिया का प्रदूषण बढ़ता जा रहा है.  लोग शुद्ध हवा के लिए अब तरसने लगे है. वैसे भी कहा जाता है कि झरिया के लोग अपनी आयु से कम जीवन जीते है. प्रदूषण इसकी वजह है.

अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस पर यूथ कॉन्सेप्ट एवं ग्रीन लाइफ के संयुक्त तत्वावधान में कतरास मोड  झरिया में शुद्ध सांसों के लिए लोगों ने बच्चों के साथ प्रदर्शन किया. समाज को जगाने की कोशिश की.  सभी लोगों के हाथों में तख्तियां थी, जिसपर मेरी सांसे -मेरा हक, शुद्ध सांसों का अधिकार दो, झरिया की हवा जहरीली है, प्रदूषित हवा लेने को मजबूर हूं, झरिया में मिनी रत्न कंपनी बी सी सी एल बन गई.  प्रदूषण रूपी दानव से झरिया में बच्चे, बूढ़े, जवान सभी  बीमार - हो रहे है. बच्चो ने कहा -नगर आयुक्त अंकल, एक बार झरिया जरूर आइए , शुद्ध सांसों के लिए आंदोलन तो अंग्रेजो के समय भी नहीं हुआ था , जैसे  नारे लिखी तख्तियां बच्चो के हाथो में थी. ग्रीन लाइफ, झरिया के संयोजक डॉ मनोज सिंह ने कहा कि झरिया की हवा जहरीली हो गई है. 

प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि यहां रहने वाले लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता तेजी से कमजोर पड़ती जा रही है और लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे है. यहां तक कि गर्भ में पल रहे बच्चे प्रभावित हो कर दिव्यांगता के शिकार हो रहे है. डॉ मनोज ने कहा कि आज के दिन नीले आकाश की परिकल्पना की जाती है, किंतु कोयलांचल का आकाश काला पड़ गया है. यूथ कॉन्सेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद ने कहा कि  प्रदूषण के कारण झरिया के लोगों का उम्र 10 साल तक कम हो जा रहा है.  लोगों की अचानक मृत्यु का कारण पता नहीं चल रहा.  यहां के प्रदूषण का एक मात्रा कारण ओपन काष्ठ खदानें हैं ,जो मानक के विरुद्ध चल रही है. 

उन्होंने कहा कि श्वास लेने का अधिकार की मांग को  लेकर आंदोलन होना सरकार के लिए शर्म की बात है. ऐसा तो अंग्रेजो के समय भी नहीं हुआ था. कार्यक्रम में ग्रीन लाइफ के संयोजक डॉ मनोज सिंह, यूथ कॉन्सेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद, अनिल जैन,मुकेश शर्मा, सनोज साव, मिर्जा मनौव्वर बेग, मनोज शर्मा, अब्दुल कादिर, अशफाक हुसैन, पिंटू चंदेल,मुमताज अलम, राजेश राय, सुभाष दत्ता, अजगर इक़बाल, मो तज्जमुल, अब्दुल हक, मोहम्मद,अहमद, ताहा, महिरा, अहद, हुजैफा, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो