धनबाद(DHANBAD):  कोयलांचल  की आर्थिक सेहत की रीढ़  है बीसीसीएल.  बीसीसीएल की गतिविधियों, आमदनी, मुनाफा, कोयले की लिफ्टिंग , कोयले की ट्रांसपोर्टिंग पर कोयलांचल की आर्थिक  सेहत निर्भर करती है.  बीसीसीएल  की सोच ही कोयलांचल की दशा और दिशा तय करती है.  कंपनी कोलियरी क्षेत्र में अपने सीएसआर  फंड से जन  सरोकार के कार्यों को भी पूरा करती है.  बीसीसीएल के नए सीएमडी  सोमवार को कार्यभार ग्रहण कर लेंगे.  सुखद बात है कि वह बीसीसीएल में तकनीकी निदेशक के रूप में काम कर चुके है.  वह बीसीसीएल के हर एक पहलुओं से अवगत है. उन्हें कंपनी को समझने, कार्य संस्कृति को जानने में वक्त नहीं लगेगा.  उनका मानना है कि वाशरी  और पावर प्लांट को अच्छी गुणवत्ता का कोयला देकर बीसीसीएल अपनी तस्वीर बदल सकती है.  

बीसीसीएल में फिलहाल मैनपॉवर की संख्या 32,000 है 

अनुशासन और प्रभावी प्रशासन से बीसीसीएल ऊंचाई तक पहुंच सकती है.   बीसीसीएल में 32,000 मैनपॉवर है.  यह बात अलग है कि मानसून की वजह से पिछले चार महीना से बीसीसीएल का उत्पादन कम हुआ है.  कोयला क्षेत्र में भी भारी बारिश हुई है.  आने वाले वक्त में उत्पादन घाटे  को पाटना  बीसीसीएल  मैनेजमेंट के लिए बड़ी चुनौती होगी.  यहां यह भी  कहना  गलत नहीं होगा कि देश के स्टील सेक्टर को देसी कोकिंग कोयले की उपलब्धता भी बीसीसीएल की जिम्मेवारी है.  कोकिंग कोल्  की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए कोल् वाशरी    पर जोर देना होगा. देश स्तर पर  कोयले  का आयात कम करने की भी कोशिश करनी होगी. 

झरिया पुनर्वास भी बीसीसीएल की प्राथमिकता सूची में
 
झरिया पुनर्वास भी बीसीसीएल की प्राथमिकता सूची में रहेगी. कोयलांचल के लिए पुनर्वास अभी पहली जरुरत बन गई है. बता दे  कि  बीसीसीएल के सीएमडी समीरन  दत्ता  रविवार को सेवानिवृत हो गए.  उनके सम्मान में विदाई समारोह भी आयोजित किया गया,  उन्होंने कहा कि बीसीसीएल में सीएमडी के तौर पर कार्य करना मेरे जीवन के सर्वाधिक महत्वपूर्ण अनुभव में से एक रहा है.  सदैव निष्ठा और समर्पण के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया है.  इस दौरान सहकर्मियों और सहयोगियों का अपार सहयोग मिला और सभी मिलकर चुनौतियों का सामना करने में सफल रहे.  बता दे  कि आउटसोर्सिंग कंपनी को एक ठेके में लाभ देने के आरोप में पूर्व सीएमडी और फाइनेंस डायरेक्टर के खिलाफ विजिलेंस की जाँच चल रही है. फिलहाल उनके ग्रेच्युटी भुगतान पर रोक लगा दी गई है. .

बीसीसीएल में सेवानिवृत्ति के दिन ही ग्रेच्युटी भुगतान का प्रावधान है

दरअसल, बीसीसीएल में सेवानिवृत्ति के दिन ही अधिकारियों, कर्मचारियों को ग्रेच्युटी भुगतान का प्रावधान है. सूत्र बताते हैं कि उस मामले की विजिलेंस जांच चल रही है. सूत्र तो यह भी बताते हैं कि इस मामले में सीएमडी और वित्त निदेशक को show cause भी किया गया है. अधिकारियों ने इसका जवाब दे दिया है, बावजूद यह  कार्रवाई की गई है. कुछ अधिकारियों को चार्जशीट भी किया गया है. अब जब तक अधिकारियों को विजिलेंस से क्लीयरेंस नहीं मिल जाता, तब तक ग्रेच्युटी की राशि का भुगतान नहीं किया जाएगा. इन अधिकारियों को कंट्रीब्यूटरी पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकल स्कीम कार्ड भी निर्गत नहीं किया जाएगा. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो