रांची(RANCHI): रांची सहित राज्य के कई जिलों के साथ बिहार और यूपी तक मशहूर भाभी जी के हिस्से सबने सुने हैं. अब ड्रग्स सिंडिकेट या यूं कहें भाभी जी के सिंडिकेट का काला सच उजागर हो चुका है और साथ ही ब्राउन शुगर जैसे धीमे जहर पर अब शायद लगाम लगाना आसान हो जाएगा. हाल ही में भाभी जी की चर्चा इन दिनों सासाराम की गलियों से लेकर रांची के चौक चुराहों तक हो रहीं है और फिलहाल भाभी जी पुलिस की गिरफ्त में हैं. इससे पहले हुए पूछताछ में रूबी देवी उर्फ भाभी जी ने कई खुलासे किये हैं. उन्होंने बताया है की वह और उनका परिवार बीते 10 सालों से नशे के कारोबार में लिप्त था और बिहार के सासाराम स्थित उनके घर पर ही यह जहर तैयार किया जाता था. नशे के इस जानलेवा कारोबार में रूबी देवी के साथ उसका देवर, भाई, बहनोई और भी घर कई सदस्य भी शामिल थे.

साथ ही मामले में भाभी जी उर्फ रूबी देवी, कन्हैया कुमार, सहित कुल मिलकर 341 ड्रग्स पेडलर की सूची जारी की गई हैं जिनमें सबसे ज्यादा कुल 95 लोग सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के हैं. साथ ही इसमें पांडरा ओपी क्षेत्र, बरियातू थाना क्षेत्र, धुर्वा और तुपुदाना ओपी क्षेत्र, जगन्नाथपुर और पुंदाग ओपी क्षेत्र, चुटिया थाना क्षेत्र, अरगोड़ा थाना क्षेत्र, लोअर बाजार थाना क्षेत्र, कोतवाली थाना क्षेत्र, सादर और बिआईटी मेसर ओपी क्षेत्र, लालपुर थाना क्षेत्र, हिंडपीढ़ी और कांके के इलाके शामिल हैं.

बताते चले की सुखदेव नगर थाना अंतर्गत आने वाले विद्यानगर, सरस्वतीनगर, जमुनानगर सहित कई इलाकों में 16 से 22-25 साल तक के युवाओं को जयदार इस कारोबार का शिकार बनाया जाता था. पहले उन्हें नशे की लत पकड़ाई जाती थी और फिर उन्हें ही इस धंधे में ढकेल दिया जाता है.