धनबाद (DHANBAD) : धनबाद सहित झारखंड के तीन जिलों के लिए "नासूर" बने कुख्यात प्रिंस खान के "सेकंड लेयर" सपोर्टरों के ठिकाने पर मंगलवार की सुबह धनबाद पुलिस ने बड़ी "सर्जिकल स्ट्राइक" की. सूत्रों के अनुसार इसमें पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. मंगलवार की सुबह वासेपुर की गलियों में जब सन्नाटा पसरा था, तभी अचानक पुलिस पहुंच गई. भारी संख्या में पुलिस बल वासेपुर के अलग-अलग इलाकों में पंहुचा. थोड़ी देर के लिए तो लोग समझ नहीं पा रहे थे कि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस आखिर पहुंची क्यों है? धीरे-धीरे साफ हुआ कि पुलिस की कार्रवाई प्रिंस खान के समर्थकों पर शिकंजा कसने के लिए की गई है.
देखते-देखते चप्पे-चप्पे पर पुलिस की हो गई मौजूदगी
पुलिस पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी. देखते-देखते चप्पे -चप्पे पर पुलिस तैनात हो गई. सूत्रों के अनुसार गैंग्स से कनेक्शन के संदेह में धनबाद पुलिस की अलग-अलग टीमों ने भूली मोड, कबड्डी पट्टी, वासेपुर, पांडर पाला के साथ-साथ कुर्मीडीह आदि क्षेत्रों में जमीन कारोबारी और प्रिंस खान के 14 करीबियों के ठिकानों पर दबिश दी. फिलहाल गैंग्स से वास्ता रखने वाले कारोबारी भी पुलिस की जांच के दायरे में है. सूत्र बताते हैं कि 11 कारोबारी समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. नगदी भी बरामद हुई है.
पुलिस ने पहले सूची तैयार की, फिर हुई रेड की तैयारी
पुलिस ने "सर्जिकल स्ट्राइक" के पहले ऐसे लोगों की सूची तैयार की, फिर सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी और जवानों ने मंगलवार की सुबह लगभग 5:30 बजे छापेमारी शुरू की. एसएसपी लगातार कार्रवाई की मॉनीटरिंग कर रहे थे. हिरासत में लिए गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. सूत्र बताते हैं कि सोमवार की रात छापेमारी की योजना बनी. अलग-अलग टीम गठित कर उन्हें जिम्मेवारी दी गई. सुबह होते ही टीम एक साथ वासेपुर, पांडरपाला और बरवाअड्डा पहुंची. बताया जाता है कि वासेपुर में प्रिंस खान के समर्थकों के खिलाफ धनबाद पुलिस ने पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई की है. यह छापेमारी 6 घंटे से अधिक समय तक चली. पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों के चल-अचल संपत्ति के साथ निवेश के अन्य कागजात को भी खंगाल रही थी. कई कागजात भी जब्त किए गए है.
पुलिस को शक : हिरासत में लिए गए लोग गैंग्स के लिए करते है काम
सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने जिन लोगों के घरों में दबिश दी, उनमें से अधिकतर सीधे तौर पर जमीन कारोबार या रियल एस्टेट के धंधे से जुड़े हुए है. पुलिस को शक है कि यह लोग प्रिंस खान के इशारे पर काम करते है. पुलिस सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने जो सूची बनाई है, उनमें प्रिंस और गोपी खान का भय दिखाकर जमीन का कारोबार करने वाले, होने वाली आय में गैंग्स को हिस्सा देते है. हवाला कारोबार के जरिए प्रिंस खान तक राशि पहुंचाते है. इसके अलावा लोकल लिंक बनकर गिरोह को मदद पहुंचाते है. महत्वपूर्ण बात यह है कि पुलिस पहले इनके खिलाफ सूची तैयार की, उसके बाद कार्रवाई की. वैसे भी धनबाद सहित झारखंड के तीन जिलों में प्रिंस खान के समर्थकों पर पुलिस की नजर है. धनबाद सहित रांची और जमशेदपुर में भी पहले गिरफ्तारियां हुई है और उसके आधार पर पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो

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